भिंड से छत्तीसगढ़ लेकर जा रहे थे गोवंश को, गोरक्षक आशीष दुबे ने बताया कि उनको गो तस्करी की सूचना मिली थी।
गोरक्षकों ने झांसी-लखनादौन राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर गोवंश से भरा एक कंटेनर पकड़ा है। संगठन के लोगों ने जब कंटेनर खुलवाकर देखा तो उसमें गोवंश को क्रूरता पूर्वक ठूंस-ठूंसकर भरा गया था, उनके हाथ-पैर के साथ मुंह तक को रस्सी से बांधा गया था। कंटेनर पकडऩे के बाद सूचना सानौधा थाना पुलिस को दी, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कंटेनर को जब्त करते हुए तस्करी में लिप्त पाए गए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं पुलिस ने गोवंश को मगरधा स्थित गोशाला में छुड़वाया है।
जानकारी के अनुसार रविवार सुबह मकरोनिया निवासी गोरक्षक आशीष दुबे ने बताया कि उनको गो तस्करी की सूचना मिली थी। सुबह करीब 10 बजे वह अपने साथी विश्वजीत राजपूत, राजा विश्वकर्मा सहित अन्य साथियों को लेकर गढ़पहरा के पास पहुंचे, जहां उन्हें यूपी की तरफ से आता हुआ एक कंटेनर नजर आया, जब उन्होंने कंटेनर को रोकना चाहा तो उसने अपनी रफ्तार बढ़ा ली। इसके बाद संगठन के पदाधिकारियों ने पीछा किया और साईंखेड़ा तिराहे पर उसे पकड़ लिया।
पुलिस के अनुसार गो तस्करी करते पकड़े गए आरोपियों की पहचान जावेद पुत्र मुजाहिद खान निवासी मुहमुद कोतवाली संबलपुर यूपी, उस्मान पुत्र शेरखान निवासी मीरपुर बुलंदशहर यूपी व ख्वाजा उर्फ रब्बासिया पुत्र सांवरिया बंजारा निवासी मंडी भास्कर गंज शामली यूपी के रूप में हुई है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह गोवंश को लेकर भिंड से छत्तीसगढ़ के सारंगढ़ जा रहे थे। आरोपियों के पास गोवंश परिवहन के कोई कागजात नहीं मिले हैं।
गोवंश की तस्करी करने वाले आरोपी सागर से निकले हाइवे का उपयोग कर रहे हैं। दो दिन पहले ही 21 मार्च की रात मोतीनगर थाना पुलिस ने मवेशियों से भरा एक कंटेनर पकड़ा था, जिसमें 74 मवेशी भरे मिले थे। कार्रवाई के दौरान कंटेनर में सवार दो आरोपी तो पुलिस को चकमा देकर भाग गए, लेकिन पुलिस ने चालक को गिरफ्तार कर लिया था।
कंटेनर के साथ तीन आरोपियों को पकड़ा है। आरोपियों के पास गोवंश परिवहन की अनुमति नहीं मिली है। उनके खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।
भरत सिंह ठाकुर, थाना प्रभारी, सानौधा