इसके पहले नरयावली के पास और मोतीनगर थाना क्षेत्र के बिहारीपुरा गांव में नरवाई में आग लग गई थी, जिसके चलते नगर निगम की 2 फायर ब्रिगेड वहां पर भेजी थीं।
आए दिन आग की घटनाएं होने के बाद भी नगर निगम व जिला प्रशासन बस्ती के बीच संचालित हो रहे लकड़ी के टालों को बाहर करने का साहस नहीं जुटा पा रहा है। मंगलवार की देर रात एक बार फिर तिलकगंज क्षेत्र में बस्ती के बीच स्थित लकड़ी के टाल में आग धधक गई। टाल में करीब 15 से 20 ट्रक सूखी लकड़ियां रखी हुईं थीं, जो पुरानी होने के साथ सड़ चुकी थीं, जिसके कारण कुछ ही मिनटों में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। गनीमत यह रही कि समय रहते नगर निगम की फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंच गईं। इसके बाद भी आग को बुझाने में लगभग तीन घंटे मशक्कत करनी पड़ी।
नगर निगम के फायर ऑफिसर सईदउद्दीन कुरैशी ने बताया कि तिलकगंज क्षेत्र में गब्बर सरदार के लकड़ी के टाल में आग लग गई थी, जिसकी सूचना मंगलवार रात 12.40 बजे मिली। इसके पहले नरयावली के पास और मोतीनगर थाना क्षेत्र के बिहारीपुरा गांव में नरवाई में आग लग गई थी, जिसके चलते नगर निगम की 2 फायर ब्रिगेड वहां पर भेजी थीं। टाल में आग की सूचना लगते ही कटरा व पुलिस कंट्रोल रूम में खड़ी फायर लॉरियों को मौके पर रवाना किया और तत्काल ही नरयावली व बिहारीपुरा भेजीं दोनों लॉरी को वापस बुलाया।
आग लगने की सूचना पर नगर निगम की 4 फायर ब्रिगेड तो मौके पर पहुंच ही चुकी थी, इसके बाद तत्काल जेसीबी मशीन के चालक को भी सूचना देकर बुलाया। लॉरियों ने लगातार पानी का प्रेशर मारा और जेसीबी से टाल के अंदर रखीं लकड़ियाें को उलट-पलट कराया, जिससे 3 घंटे के अंदर ही आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया।
तिलकगंज क्षेत्र में करीब एक माह पहले भी बस्ती के बीच संचालित लकड़ी के टाल में आग लगी थी। झूला तिराहे के पास संकरी गली में लगी आग को बुझाने के लिए सेना के साथ बीना रिफाइनरी तक से फायर ब्रिगेड की टीमों को बुलाना पड़ा था। इस आग को बुझाने में 12 घंटे से ज्यादा समय लग गया था।