अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू हो रही है। सागर से पहला जत्था 29 जून को ही रवाना होगा। यात्रा के लिए अब कम समय रह गया है। यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालु वैसे तो चिकित्सक से फिटनेस प्रमाण पत्र लेकर यात्रा पर जाने की तैयारी कर रहे हैं,
सागर से पहला जत्था 29 जून को होगा रवाना
सागर. अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू हो रही है। सागर से पहला जत्था 29 जून को ही रवाना होगा। यात्रा के लिए अब कम समय रह गया है। यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालु वैसे तो चिकित्सक से फिटनेस प्रमाण पत्र लेकर यात्रा पर जाने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने ऊंचाई वाले क्षेत्रों में होने वाली बीमारियों से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की है। ये एडवाइजरी उन लोगों के लिए है, जिन्हें ऊंचाई वाले क्षेत्रों में कई शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में ऑक्सीजन लेवल को मेंटेन करना जरूरी है।
योगाचार्य भगत सिंह ने बताया कि श्रद्धालुओं को यात्रा पर आने से पहले शारीरिक तौर पर फिट रहना जरूरी है। इसके लिए तुरंत तैयारी करना शुरू कर दें। यानि यात्रा से पहले सुबह-शाम हर रोज चार-पांच किलोमीटर पैदल चलें। दरअसल बाबा बर्फानी की गुफा तकरीबन 13,500 फीट की ऊंचाई पर है। जहां मौसम हर पल बदलता है। यात्रा के दौरान सिरदर्द , उल्टी होना और सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्या हो सकती है। ऐसे में उन्हें रोज प्राणायाम करने और 3 से 6 किमी रोज चलने की सलाह दी जा रही है। शरीर में ऑक्सीजन की क्षमता बढ़ाने के लिए योग और प्राणायाम का अभ्यास करें।
भोजन का रखें ध्यान
अमरनाथ यात्रा मंडल के नितिन कोरपाल ने बताया कि अमरनाथ श्राइन बोर्ड की वेबसाइट श्री अमरनाथजी श्राइन डॉट कॉम के फूड मेन्यू का पालन करें। अपने साथ पहाडिय़ों के रहवासियों की तरह कपूर और अजवायन की पोटली रखें। अपने साथ पर्याप्त गर्म कपड़े रखें क्योंकि तापमान एक से पांच डिग्री तक गिर सकता है। हमेशा समूह के साथ में चलें। उन्होंने बताया कि पैदल यात्रा के दौरान बार-बार गला सूखता है इसलिए संतरे की गोली अपने साथ रखें। यात्रा के समय आर्मी के टैंक से गर्म पानी पीने के लिए मिलता है कि, लेकिन तैयारी के साथ चढ़ाई करें। खाने के लिए ड्रायफ्रूट रखें।