बाजार 30 फीसदी बेहतर… इलेक्ट्रॉनिक और सोने-चांदी के आभूषणों की खरीदारी सागर . नवरात्रि पर त्योहारी सीजन में बाजार गुलजार रहा। दशहरा के दिन शुभ मुहूर्त में लोगों ने खरीददारी की। बाजार में जीएसटी 2.0 के स्लैब में मिली छूट और ऑफर की भरमार ने ऑटोमोबाइल सेक्टर को महंगाई पर जीत दिलाई। ऑटोमोबाइल के साथ […]
बाजार 30 फीसदी बेहतर... इलेक्ट्रॉनिक और सोने-चांदी के आभूषणों की खरीदारी
सागर . नवरात्रि पर त्योहारी सीजन में बाजार गुलजार रहा। दशहरा के दिन शुभ मुहूर्त में लोगों ने खरीददारी की। बाजार में जीएसटी 2.0 के स्लैब में मिली छूट और ऑफर की भरमार ने ऑटोमोबाइल सेक्टर को महंगाई पर जीत दिलाई। ऑटोमोबाइल के साथ इलेक्ट्रॉनिक, कपड़ा और किराना बाजार में इसका असर देखने को मिला है। जीएसटी की नई दरों की वजह से इस बार त्योहारी सीजन में बीते साल की तुलना में 25 से 30 प्रतिशत बढ़ोतरी दिख रही है। शुभ दिन में खरीदी के लिए एडवांस बुकिंग हर जगह चल रही है। नवरात्र में त्योहारी ऑफर्स का लाभ भी ग्राहक उठा रहे है।
नवरात्र में ऑटोमोबाइल क्षेत्र में मिनी धनतेरस के जैसे कारोबार हो गया। सडक़ों पर 2000 से ज्यादा नई दो पहिया गाडिय़ां और 700 के करीब नई कार उतरी। इसके साथ ट्रैक्टर और माल वाहक की भी ज्यादा मांग रही। ऑटोमोबाइल में 60 करोड़ से ज्यादा कारोबार 9 दिनों में हो गया है। दशहरा के दिन भी शोरूम में दोपहर तक भीड़ भाड़ देखी गई। भगवानगंज में एक शोरूम कंपनी के मैनेजर कपिल श्रीवास ने बताया कि जीएसटी कम होने बाजार में करीब 25 से 30 प्रतिशत का उछाल देखने को मिला। बड़ी बचत मिलने से गाडिय़ां खरीदने में लोगों ने ज्यादा रूझान दिखाया है।
सोने-चांदी के बढ़ते दाम के बावजूद सराफा बाजार में रौनक रही। कम वजन के फैसी आभूषणों की मांग बढ़ी है। 18 कैरेट की ज्वेलरी ज्यादा बिक रही है। वहीं इलेक्ट्रानिक्स बाजार में भी अच्छी खरीदारी हुई। जीएसटी घटने के बाद एसी और 32 इंच से ऊपर के एलइडी के रेट करीब-करीब 10 फीसदी तक कम हुए हैं। इसी तरह फ्रिज, वाशिंग मशीन, लैपटॉप व मोबाइल भी डिमांड में है।
जीएसटी कम होने का असर किराना बाजार में भी असर देखने को मिला है। किराने के सामान की कीमतें कम हो जाएंगी। किराना व्यापारी पीयूष जैन ने बताया कि जीएसटी की दरों में कमी होने से देसी घी, नमकीन, बादाम पर 12 से घटाकर 5 प्रतिशत जीएसटी रखी है। इससे ये सामान सस्ते हो गए। नवरात्रि में बाजार में अच्छा कारोबार हुआ।
ऑटोमोबाइल - 60 करोड़
सराफा - 15 करोड़
इलेक्ट्रॉनिक - 10 करोड़
किराना - 5 करोड़
कपड़ा - 5 करोड़