परंपरा पिछले 150 सालों से सागर में मनती हुई आ रही सागर. मोहिनी एकादशी उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र एवं हर्षण योग में गुरुवार को मनाई गई। शहर के विभिन्न मंदिरों में भगवान का अभिषेक पूजन कर विशेष श्रृंगार किया गया। देव बांके राघवजी मंदिर, लक्ष्मी नारायण मंदिर, द्वारकाधीश मंदिर, रामबाग मंदिर, मकरोनिया राम दरबार, काकागंज स्थित […]
परंपरा पिछले 150 सालों से सागर में मनती हुई आ रही
सागर. मोहिनी एकादशी उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र एवं हर्षण योग में गुरुवार को मनाई गई। शहर के विभिन्न मंदिरों में भगवान का अभिषेक पूजन कर विशेष श्रृंगार किया गया। देव बांके राघवजी मंदिर, लक्ष्मी नारायण मंदिर, द्वारकाधीश मंदिर, रामबाग मंदिर, मकरोनिया राम दरबार, काकागंज स्थित आंजनेय हनुमान मंदिर, धनेश्वर मंदिर व पशुपतिनाथ मंदिर सहित अन्य मंदिरों में एकादशी मनाई गई। प्रसिद्ध देव बांके राघव मंदिर में नौका विहार का आयोजन हुआ। भीषण गर्मी में ठंडक देने के लिए ठाकुरजी को नौका विहार कराया गया। दरअसल यह परंपरा पिछले 150 सालों से सागर में मनती हुई आ रही है। इस बार लकड़ी की नौका की बजाय रिमोट से चलने वाली नौका से जलविहार कराया गया।