प्रदेश के सबसे बड़े वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व में मौजूद बाघों की संख्या को लेकर असमंजय की स्थिति बनी हुई है। प्रबंधन के बाघों की संख्या को लेकर आंकड़ों की सुई लंबे समय से
सागर. प्रदेश के सबसे बड़े वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व में मौजूद बाघों की संख्या को लेकर असमंजय की स्थिति बनी हुई है। प्रबंधन के बाघों की संख्या को लेकर आंकड़ों की सुई लंबे समय से 19 पर अटकी हुई है, जबकि 11 माह पहले मई 2024 में एक बाघिन अपने 4 शावकों के साथ अलग-अलग जगह पर दो बार कैमरे में कैद हुई थी। इतना ही नहीं दो माह पहले जनवरी 2025 में भी वन अमले को शावकों के पगमार्क मिले थे।
वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने पिछले 16 माह से नए शावकों के जन्म को लेकर कोई अधिकृत पुष्टि नहीं की है। नवंबर 2023 में आखिरी बार 4 शावकों के जन्म की पुष्टि की थी। हैरानी की बात यह है कि टाइगर रिजर्व में विभाग जिन 19 बाघ-बाघिनों के मौजदू होने की बात कर रहा है वह सभी वयस्क हैं और इनमें 12 से ज्यादा बाघिन शामिल हैं। इसके बाद भी पिछले डेढ़ साल से बाघों की संख्या में इजाफा न होना कई सवाल पैदा कर रहा है।
वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व 20 सितंबर 2023 के पहले तक नौरादेही अभयारण्य के नाम से जाना जाता था। यहां राष्ट्रीय बाघ संरक्षण परियोजना के तहत वर्ष 2018 में बाघ-बाघिन का पहला जोड़ा छोड़ा गया था, जिसमें 18 अप्रेल 2018 को कान्हा से ढाई साल की बाघिन राधा और 28 अप्रेल 2018 को बांधवगढ़ से 4 साल के बाघ किशन शामिल था। करीब 11 माह बाद ही मई 2019 में राधा ने तीन शावकों को जन्म दिया। इसके बाद बाघिन राधा की बेटियों ने शावकों को जन्म दिया और शुरूआती पांच सालों में ही 2023 तक बाघों की संख्या 20 पर पहुंच गई थी।
टाइगर रिजर्व प्रबंधन भले ही बाघों की संख्या वर्तमान में 19 होना बता रहा है, लेकिन 2018 से लेकर अब तक यानी सात साल में अलग-अलग समय पर जो जानकारियां अपडेट हुई हैं उसके अनुसार मई 2024 में ही बाघों की संख्या 23 पर पहुंच चुकी थी। इसके अलावा यहां पर अलग-अलग समय में अन्य टाइगर रिजर्व से लाए बाघ-बाघिनों को भी छोड़ा गया है।
2018 में पहली बार बाघों का जोड़ा आया
2019 में पहली बार तीन शावक जन्मे
23 से ज्यादा हो चुकी है बाघों की संख्या
19 बाघ होने की जानकारी दे रहा विभाग
12 माह से नहीं की शावकों के जन्म की पुष्टि
टाइगर रिजर्व में मौजूद बाघ-बाघिनों की संख्या 19 है। इसमें चार वयस्क बाघ और अधिकांश बाघिन शामिल हैं। फिलहाल नए शावक नजर नहीं आए हैं। हां गर्मियों के दौरान बाघिन शावकों के साथ पानी की तलाश में निकलती है तो अप्रेल माह में शायद शावकों के साथ नजर आए।
डॉ. एए अंसारी, उप संचालक, वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व