लाखा बंजारा झील संरक्षण के लिए आयोजित हो रही गंगा आरती में सोमवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। चकराघाट परिसर में गंगा आरती के दौरान गंगा मैया के जयकारे गूंजे। यह आयोजन श्रद्धा, आस्था और जनजागरूकता का एक सशक्त माध्यम बन चुका है।
लाखा बंजारा झील संरक्षण के लिए आयोजित हो रही गंगा आरती में सोमवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। चकराघाट परिसर में गंगा आरती के दौरान गंगा मैया के जयकारे गूंजे। यह आयोजन श्रद्धा, आस्था और जनजागरूकता का एक सशक्त माध्यम बन चुका है। गंगा आरती में शहर के विभिन्न वार्डों से बड़ी संख्या में महिलाएं, पुरुष, बच्चे, युवा एवं बुजुर्ग श्रद्धालु पहुंचे। ठंड को देखते हुए नागरिकों की सुविधा के लिए अब प्रत्येक सोमवार गंगा आरती का समय शाम 7 बजे निर्धारित किया गया है।
इस आयोजन के माध्यम से नागरिकों में स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण एवं ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण के प्रति विशेष जागरूकता देखने को मिल रही है। स्मार्ट सिटी एवं नगर निगम द्वारा चकराघाट पर कराए गए सौंदर्यीकरण कार्यों के कारण यह स्थल अब श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों का प्रमुख आकर्षण केंद्र बन गया है। प्रतिदिन शाम होते ही चकराघाट से लेकर गणेशघाट तक नागरिकों की चहल-पहल और धार्मिक वातावरण का दृश्य देखने को मिलता है। लाखा बंजारा झील पर आयोजित गंगा आरती में समय-समय पर शहर के नागरिक मुख्य यजमान बनकर सहभागिता कर रहे हैं। प्रत्येक सोमवार जो भी श्रद्धालु यजमान बनना चाहते हैं, वे आरती से 30 मिनट पूर्व आरती स्थल पर उपस्थित होकर संपर्क कर सकते हैं।