सागर जिले के बंडा में किसानों को फसल की बोनी करने के लिए खाद की भीषण समस्या का सामना करना पड़ रहा है। किसान दो- दो बोरी खाद के लिए सुबह से शाम तक कतार में लगा नजर आ रहा है। सोमवार को भी मंडी में खाद लेने के लिए ऐसा ही नजारा देखने को […]
सागर जिले के बंडा में किसानों को फसल की बोनी करने के लिए खाद की भीषण समस्या का सामना करना पड़ रहा है। किसान दो- दो बोरी खाद के लिए सुबह से शाम तक कतार में लगा नजर आ रहा है। सोमवार को भी मंडी में खाद लेने के लिए ऐसा ही नजारा देखने को मिला जहां बड़ी संख्या में किसान सुबह से ही खाद लेने के लिए लाइनों में देखे गए।
खोजमपुर के किस सुमित दांगी ने बताया कि हमें बनी करने के लिए 10 बोरी डीएपी की आवश्यकता है परंतु यहां पर केवल दो बोरी खाद ही दिया जा रहा है इसलिए हमें बार-बार आकर लाइन में लगना पड़ता है। उन्होंने बताया कि यदि एक बार में ही पर्याप्त मात्रा में खाद मिल जाए तो बार-बार यहां आकर लाइन में नहीं लगना पड़ेगा और यह भीड़ भी नजर नहीं आएगी। देव प्रशांत ङ्क्षसह बिलौआ ने बताया कि बोनी करने के लिए खाद की बहुत आवश्यकता है। भडराना, मगरधा सोसाइटी में खाद आने के बाद भी नहीं दिया जा रहा है जिससे मजबूर होकर हमें यहां आना पड़ा।
किसानों ने ट्रैक्टर लगाकर किया चक्काजाम
इधर सरकार द्वारा किसनों की सुविधाओं के लिए अनेक प्रयास किया जा रहे हैं लेकिन प्रशासन द्वारा समुचित व्यवस्था नहीं किए जाने से आए दिन किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अभी तक किसान खाद के लिए कई बार सड़कों पर उतर चुके हैं लेकिन सोमवार को किसानों द्वारा स्थानीय बरा चौराहे पर दोपहर 2 बजे के बाद मंडी में मक्का की डाक ना होने से नाराज होकर अपने-अपने ट्रैक्टरों में फसल लेकर चौराहे पर पहुंचे और मक्का को बीच सड़क पर बिखेरकर चारों तरफ ट्रैक्टर लगाकर जाम लगा दिया। कैथौली के किसान अशोक लोधी ने बताया कि कृषि उपज मंडी में 39 व्यापारी खरीदने के लिए अधिकृत है जो कृषि उपज मंडी में डाक में शामिल होकर बोली लगा सकते हैं परंतु मक्का खरीदने के लिए एक भी व्यापारी बोली लगाने के लिए तैयार नहीं है। हनोता उबारी के कृपाल लोधी ने बताया कि मंडी में मक्का लेकर आए थे मगर कोई खरीदार नहीं है।पिछले दिनो व्यापारियों द्वारा 1100 रुपए से लेकर 1500 रुपए तक की बोली लगाई गई थी जो किसान के साथ बहुत ही अन्याय है। सोमवार को कृषि उपज मंडी सचिव एवं कर्मचारी उपस्थित रहे परंतु किसी भी व्यापारी ने सोयाबीन के बाद मक्का की डाक नहीं की ना ही उसमें बोली लगाई। जिससे सभी किसान चक्का जाम करने पर मजबूर हुए। जाम की खबर लगते ही तहसीलदार मोहित जैन एवं थाना प्रभारी अंजलि उदेनिया मौके पर पहुंची। किसानों को समझाइश देकर जाम खुलवाया।