आषाढ़ चौमासी चौदस से चातुर्मास का आरंभ हो गया। जो जैन धर्म में आध्यात्मिक साधना और तपस्या का विशेष समय होता है। इस अवधि में साधु-साध्वियां एक ही स्थान पर ठहरकर अपनी साधना करते हैं।
सागर में जुड़े देशभर के भक्त, गुरुपूर्णिमा महोत्सव मनाया
सागर. आषाढ़ चौमासी चौदस से चातुर्मास का आरंभ हो गया। जो जैन धर्म में आध्यात्मिक साधना और तपस्या का विशेष समय होता है। इस अवधि में साधु-साध्वियां एक ही स्थान पर ठहरकर अपनी साधना करते हैं। चतुर्दशी पर उपवास करके जैन मुनि संघ और आर्यिका संघ ने चातुर्मास स्थापना के लिए दीपावली तक का संकल्प लिया। इस दौरान साधु संतों ने एक सीमा के भीतर आने-जाने की छूट रहती है। चार माह एक शहर में रहकर धर्म-ध्यान किया जाता है।
आचार्य विद्यासागर महाराज की समाधि के बाद पहली बार उनकी अनुपस्थिति में नव आचार्य समय सागर महाराज और मुनि संघों का वर्षा योग चातुर्मास चतुर्दशी के दिन भक्तियां पढ़कर शुरू हो गया है। कलश स्थापना अलग- अलग तारीख में होंगी। नवीन आचार्य समय सागर महाराज का वर्षायोग कलश स्थापना समारोह स्वर्णोदय जैन तीर्थ क्षेत्र खजुराहो 28 जुलाई को होगा। इस आयोजन में देशभर के भक्त शामिल होंगे। संघ में 15 मुनि और 9 क्षुल्लक महाराज हैं। आचार्य विद्यासागर महाराज के दूसरे भाई योग सागर महाराज का भी चातुर्मास बुंदेलखंड में ही होने जा रहा है। योग सागर महाराज की कलश स्थाल सागर जिले के रहली में होगा। महाराज के साथ 14 मुनि रहली पहुंचे हैं।
सागर में कलश स्थापना आज
सागर में निर्यापक मुनि सुधासागर महाराज का ससंघ कलश स्थापना 21 जुलाई को भाग्योदय तीर्थ परिसर में हुई। इस कार्यक्रम में पूरे भारतवर्ष मुनि संघ से जुड़ेश्रावक पहुंचे।दोपहर में गुरु पूर्णिमा उत्सव भी बड़े धूमधाम से मनाया गया। 21 जुलाई को ही सागर के दीन दयाल नगर कालोनी में आर्यिका गुणमति माताजी का ससंघ वर्षायोग चातुर्मास कलश स्थापना समारोह हुआ।
इंदौर में होगी प्रमाण सागर महाराज की कलश स्थापना
इंदौर में इस वर्ष दो संघों का लाभ भक्तों को प्राप्त हो रहा है। मुनि प्रमाण सागर और विन्रम सागर महाराज का चातुर्मास इंदौर में होने जा रहा है। दोनों संघों की भक्तों ने जोरदार अगवानी की है। 21 जुलाई को प्रमाण सागर महाराज का ससंघ कलश स्थापना हुई। विनम्र सागर महाराज की कलश स्थापना छत्रपति नगर में 28 जुलाई को होगी। वहीं राजधानी भोपाल में आर्यिका गुरुमति और आर्यिकादृढ़मति माता का चौक बाजार में चातुर्मास होगा। संघ में 14 आर्यिकाएं हैं।
ये मुनि यहां पहुंचे
निर्यापक श्रमण समता सागर महाराज का पिंडरई, निर्यापक मुनि अभय सागर महाराज ससंघ का शहपुराभिटोनी में प्रवेश हो गया। निर्यापक मुनि वीर सागर महाराज का खातेगांव पहुंच गए हैं। वहीं महासागर महाराज चंदेरी, सौम्य सागर मुंगावली, दुर्लभ सागर वांसा, पूज्य सागर बुढार, श्रेयांश सागर बरेली, अजित सागर बांसवाड़ा, प्रणम्य सागर मानसरोवर जयपुर एवं निष्पक्ष सागर सीहोर आष्टा में ससंघ चातुर्मास करेंगे।