MP news: बचपन से ही मंदिरों में जाने, भजन गाने का शौक, परिवार के समझाने पर भी नहीं माना मन... सनातन धर्म को अपनाकर अथर्व बन गए सरकारी ठेकेदार असद खान...
MP News: जिले के मकरोनिया क्षेत्र निवासी असद खान (33) पुत्र नवाब खान ने सोमवार को धर्मनगरी काशी पहुंचकर वैदिक विधि-विधान से हिंदू धर्म अपनाया। शुद्धिकरण संस्कार के बाद उनका नामकरण अथर्व त्यागी किया गया। अस्सी घाट पर पंचगव्य स्नान, गंगा स्नान, मुंडन, हवन-पूजन और बाबा विश्वनाथ के दर्शन के बाद शाम को गंगा आरती में शामिल होकर उन्होंने नई पहचान ग्रहण की। पूरी प्रक्रिया पंडित-पुजारियों की मौजूदगी में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हुई।
असद उर्फ अथर्व त्यागी ने बताया कि बचपन से ही उन्हें भगवान महाकाल और अन्य हिंदू देवताओं में गहरी आस्था रही है। मंदिरों में भजन-कीर्तन और सत्संग में जाना पसंद था, लेकिन परिवार व समाज के दबाव के कारण खुलकर आस्था व्यत नहीं कर पाते थे। कई बार मंदिरों में प्रवेश के दौरान नाम पूछे जाने या रोके जाने की घटनाएं भी हुईं, जिससे मन आहत होता था। इन कारणों से उन्होंने स्वेच्छा से हिंदू धर्म अपनाने का निर्णय लिया।
अथर्व पेशे से सरकारी ठेकेदार हैं और परिवार में दो भाइयों में छोटे हैं। बड़े भाई की शादी हो चुकी है, जबकि उनका विवाह अभी नहीं हुआ। परिवार का व्यवसाय भी ठेकेदारी से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म अपनाने के बाद उन्हें मानसिक शांति मिली है और अब वे खुले मन से पूजा-पाठ कर सकेंगे।
सवाल: इस्लाम धर्म त्याग कर हिंदू धर्म अपनाया है, इसका विशेष कारण?
जवाब: हां, मैंने हिंदू धर्म अपनाया ख्रयोंकि मुझे मंदिरों में जाना और भजन आदि करना पसंद है।
सवाल: इसकी क्या वजह रहीं, किसी ने ऐसा करने कहा या कोई दबाव?
जवाब: वजह सिर्फ आस्था है। किसी ने ऐसा करने नहीं कहां और न ही किसी ने किसी प्रकार का दबाव बनाया। मैंने अपनी इच्छा से हिंदू धर्म अपनाया है।
सवाल: हिंदू धर्म से जुड़ाव कब से है ?
जवाब: कई वर्षों से भगवान में आस्था है, करीब 10 से 12 साल से मंदिर आदि जाता आ रहा हूं।
सवाल: आपके परिवार ने धर्म परिवर्तन की अनुमति दी, उनका क्या सहयोग रहा?
जवाब: परिवार ने समझाने की कोशिश की, धर्म परिवर्तन से रोका पर मैंने अपने मनोभाव से निर्णय लिया है।
सवाल: आप परिवार के साथ रहेंगे?
जवाब: नहीं, नए घर का काम चल रहा है, बनने तक अकेला रहूंगा, परिवार से अलग ही रहूंगा।
सवाल: किस तरह यह प्रक्रिया हुई, किस स्थान पर?
जवाब: काशी में पूरे धार्मिक रीति रिवाज के साथ हिंदू धर्म अपनाया है।
सवाल: काशी कब गए, सागर वापस कब आएंगे?
जवाब: रविवार को ही काशी आया था, मंगलवार या बुधवार को वापस सागर आ सकता हूं।