सागर

नहीं रहे बुंदेलखंड के गौरव पद्मश्री रामसहाय पांडे, 97 साल की उम्र में ली अंतीम सांस

Ramsahay Pandey Death : बुंदेलखंड के प्रसिद्ध नृत्य राई को दुनियाभर में अलग पहचान दिलाने वाले दिग्गज कलाकार पद्मश्री राम सहाय पांडे ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है।

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Apr 08, 2025

Ramsahay Pandey Death : बुंदेलखंड के प्रसिद्ध नृत्य राई को दुनियाभर में अलग पहचान दिलाने वाले दिग्गज कलाकार पद्मश्री राम सहाय पांडे ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। राम सहाय पांडे लंबे वक्त से बीमार थे। निजी अस्पताल में इनका इलाज चल रहा था। मंगलवार को 97 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राम सहाय पांडे के निधन पर दुःख जताया है।

सीएम मोहन यादव ने जताया शोक

पद्मश्री राम सहाय पांडे के निधन पर दुःख व्यक्त करते हुए सीएम मोहन यादव ने लिखा कि, 'बुंदेलखंड के गौरव, लोकनृत्य राई को वैश्विक पहचान दिलाने वाले लोक कलाकार पद्मश्री रामसहाय पांडे जी का निधन मध्यप्रदेश और कला जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। लोक कला एवं संस्कृति को समर्पित आपका सम्पूर्ण जीवन हमें सदैव प्रेरित करता रहेगा। परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत की पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान और परिजनों को यह गहन दुःख सहन करने की शक्ति दें।'

साल 2022 में मिला पद्मश्री सम्मान

बता दें कि राम सहाय पांडे का जन्म सागर जिले के मड़धर पाठा गांव में 11 मार्च 1933 को हुआ था। इनके पिता लालजू पांडे किसान थे। राम सहाय पांडे ने 14 की उम्र में पहली बार एक मेले में राई नृत्य देखा थे। इस नृत्य को सम्मान दिलाने के लिए राम सहाय पांडे ने अपने पूरा जीवन समर्पित कर दिया। पांडे ने दुनिया कस कई देशों के बड़े मंचों पर राई नृत्य की प्रस्तुति दी। उनकी कोशिशों के कारण राई को राष्ट्रिय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली। भारत सरकार ने साल 2022 में राम सहाय पांडे पद्मश्री सम्मान से पुरस्कृत किया।

Updated on:
08 Apr 2025 11:54 am
Published on:
08 Apr 2025 11:31 am
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