पंजीयन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ सर्विस प्रोवाइडर्स को भी अलग-अलग दिन सुबह से शाम तक किया जा रहा प्रशिक्षित सागर. प्रॉपर्टी से जुड़े कारोबार में पारदर्शिता व लोगों की सहूलियत के लिए संपदा-2.0 सॉफ्टवेयर 15 अगस्त से शुरू हो रहा है। विभाग से निर्देश मिलते ही अब सागर में बड़े स्तर पर तैयारी […]
पंजीयन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ सर्विस प्रोवाइडर्स को भी अलग-अलग दिन सुबह से शाम तक किया जा रहा प्रशिक्षित
सागर. प्रॉपर्टी से जुड़े कारोबार में पारदर्शिता व लोगों की सहूलियत के लिए संपदा-2.0 सॉफ्टवेयर 15 अगस्त से शुरू हो रहा है। विभाग से निर्देश मिलते ही अब सागर में बड़े स्तर पर तैयारी शुरू हो गई है। वरिष्ठ जिला पंजीयक निधि जैन ने बताया कि शनिवार को विभाग के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया था। रविवार को सर्विस प्रोवाइडर्स को सॉफ्टवेयर के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। 5 अगस्त से ई-दक्ष केंद्र में सभी को कम्प्यूटर पर एक-एक बिंदु को समझाया जा रहा है और उन्हें प्रेक्टिकल के रूप में बताया भी जा रहा है, ताकि 15 अगस्त से जब काम शुरू हो तो अधिकारियों, कर्मचारियों, सर्विस प्रोवाइडर्स को किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि 14 अगस्त तक अब लगातार प्रशिक्षण चलेंगे।
वरिष्ठ जिला पंजीयक निधि जैन ने बताया कि जिले की सभी लोकेशन्स टैग को चुकीं हैं। शहर में हो रहे हर छोटे-बड़े सौदे पंजीयन विभाग की साइट पर दर्ज होंगे। फ्लैट, प्लॉट, बिल्डिंग्स, कृषि भूमि आदि की वर्तमान गाइडलाइन क्या है, कितने प्रतिशत की ग्रोथ हो रही है, ये जानकारी संपदा- 2.0 पर उपलब्ध रहेगी। कोई भी व्यक्ति डिजिटल तरीके से जमीनों के भाव कलेक्टर गाइडलाइन के हिसाब से देख सकेगा। इसके लिए उन्हें गूगल प्ले स्टोर पर जाकर संपदा के एप को डाउनलोड करना होगा, इससे कहीं भी खड़े होकर जमीनों के रेट भी पता कर सकेंगे।
संपदा-2.0 में जनता को कई हाइटेक सुविधाएं दी जाएंगी, जिससे लोग घर बैठे ही किराया एग्रीमेंट, लीज, कर्ज व बैंक से संबंधित दस्तावेज, चल-अचल संपत्ति पर लोन संबंधी दस्तावेजों को फुलफिल कर सकते हैं। नई व्यवस्था के तहत लोगों को शासकीय कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
संपदा 2.0 में पंजीयन कराने के लिए आधार और ई-केवाईसी की जरूरत होगी। प्रॉपर्टी क्रय-विक्रय करने वाले लोगों की एक विशेष आइडी से दस्तावेज तैयार किए जाएंगे और वही व्यक्ति उसको सत्यापित करेगा। सभी लोगों को ऑनलाइन वैरिफिकेशन करना होगा।
हमारे यहां संपदा 2.0 का प्रशिक्षण लगातार चल रहा है। अधिकारियों, कर्मचारियों, सर्विस प्रोवाइडर सभी को कम्प्यूटर पर ही प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि जब नए सॉफ्टवेयर पर वर्किंग शुरू हो तो कोई परेशानी न हो। - निधि जैन, वरिष्ठ जिला पंजीयक सागर