लोगों को जानकारी ही नहीं, विसंगतियों की भरमार है सागर. लोक निर्माण विभाग ने सड़कों की गुणवत्ता में सुधार लाने और इनकी आम लोगों से मॉनीटरिंग कराने के लिए लोक पथ एप के जरिए सुविधा उपलब्ध कराई है, लेकिन लोगों को इसकी जानकारी ही नहीं। सागर जिले की पीडब्ल्यूडी और एमपीआरडीसी (मध्यप्रदेश रोड डवलपमेंट कार्पोरेशन) […]
लोगों को जानकारी ही नहीं, विसंगतियों की भरमार है
सागर. लोक निर्माण विभाग ने सड़कों की गुणवत्ता में सुधार लाने और इनकी आम लोगों से मॉनीटरिंग कराने के लिए लोक पथ एप के जरिए सुविधा उपलब्ध कराई है, लेकिन लोगों को इसकी जानकारी ही नहीं। सागर जिले की पीडब्ल्यूडी और एमपीआरडीसी (मध्यप्रदेश रोड डवलपमेंट कार्पोरेशन) के तहत कुल 344 सड़कें दर्ज हैं। बीते दिनों सागर प्रवास पर आए पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने आम लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सीना ठोककर कहा था कि सड़कों के गड्ढों, गुणवत्ता को लेकर आप एप पर शिकायत करें, एक सप्ताह में उसका निराकरण हो जाएगा, लेकिन सागर जिले में लोगों को इसकी जानकारी ही नहीं है।
जिले की पीडब्ल्यूडी के तहत 321 तो एमपीआरडीसी के तहत 23 सड़कें दर्ज हैं। लोक पथ एप पर सड़क को संबंधित एजेंसी ने कहां से कहां तक बनाया है, उसकी कितनी दूरी है और उसके साथ उसका मैप भी प्रदर्शित होता है। तमाम सुविधाओं समेत एप का विभाग के द्वारा प्रचार-प्रसार ही नहीं किया गया है, जिसके कारण लोगों को इसकी जानकारी ही नहीं है।
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जिले के कुछ क्षेत्रों से सड़कों के गड्ढ़ों की शिकायतें आईं थीं, जिनका निराकरण किया गया है। विभाग का दावा है कि अधिकांश सड़कें एक-डेढ़ साल के बीच ही बनी हैं, जिसके कारण उनकी स्थिति ठीक है, इसलिए हो सकता है कि लोग शिकायत नहीं कर रहे हैं।
लोक पथ एप पर आम लोगों को शिकायतों संबंधी जानकारी देने के लिए डैशबोर्ड भी बना है। इसमें कुल शिकायतें, लंबित शिकायतें, हल की गईं शिकायतों की संख्या प्रदर्शित होनी है, लेकिन पूरे प्रदेश की शिकायतों की संख्या शून्य दिखाई दे रही है। विभाग के अधिकारी इसको तकनीकी खराबी बता रहे हैं।
- गूगल प्ले स्टोर से लोकपथएप डाउनलोड करें।
- मोबाइल नंबर के साथ एप को रजिस्टर करना होगा।
- पीडब्ल्यूडी व आरडीसी के तहत आने वाली सड़क सिलेक्ट करें।
- संबंधित मार्ग की फोटो खींचे और अपलोड कर शिकायत दर्ज कराएं।
- शिकायत का स्टेटस ट्रैक करें और समाधान की फोटो देखने की सुविधा भी एप पर उपलब्ध है।
लोक पथ एप पर जिले की शिकायतें आ रहीं हैं। उनका निराकरण भी कर रहे हैं। अभी कछेक ही शिकायतें आईं हैं। पीडब्लयूडी की जिले में जितनी भी सड़कें हैं, उन सभी की जानकारी एप पर उपलब्ध है।
- साहित्य तिवारी, प्रभारी ईई, पीडब्लयूडी