रेलवे स्टेशन पर महिलाओं की सुरक्षा का दावा खोखला, हमेशा असुरक्षित रहती हैं महिलाएं, रात के समय परेशानी ज्यादा
बीना. रेलवे स्टेशन पर महिलाओं की सुरक्षा का दावा खोखला नजर आ रहा है। स्टेशन पर महिलाओं के लिए शौचालय प्लेटफॉर्म के अंत में बनाए गए हैं, जबकि यह प्लेटफॉर्म के सेंटर में होना चाहिए, ताकि यहां महिलाएं अपने आप को सुरक्षित महसूस करें।
दरअसल बीना बड़ा जंक्शन है, जहां से हर दिन हजारों यात्री यात्रा करते हैं, यहां पर जो काम जरूरी है उनको कराने में रेलवे अधिकारी दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। रेलवे स्टेशन पर छह प्लेटफॉर्म हैं, जहां पर आने-जाने वाले यात्रियों के लिए केवल दो शौचालय हैं, इसमें चार व पांच नंबर प्लेटफॉर्म पर जो शौचालय बनाया गया है, वह झांसी छोर है। जबकि पूरा प्लेटफॉर्म करीब छह से सात सौ मीटर लंबा है, जिसके बीच में महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शौचालय जरूरी है, इसके लिए रेलवे अधिकारियों ने कभी भी प्रयास नहीं किए। बल्कि दो व तीन नंबर प्लेटफॉर्म पर जो शौचालय था, उसे तोड़कर रेलवे कैंटीन खोल दी, ताकि वहां से रेलवे के लिए आय होने लगे। रात के समय शौचालय जाने वाली महिलाओं को डर बना रहता है।
तत्कालीन एसआरपी ने सुरक्षा को लेकर जताई थी चिंता
तत्कालीन भोपाल एसआरपी हितेश चौधरी ने बीना स्टेशन पर बैठक के दौरान रेलवे अधिकारियों से कहा था कि महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए जल्द ही प्लान तैयार करके प्लेटफॉर्म के बीच में जगह चिन्हित करके शौचालय का निर्माण किया जाए। क्योंकि महिलाओं के साथ यदि कोई घटना होती है, तो वह हमारी चूक मानी जाएगी। इसके लिए प्लान तो तैयार किया गया, लेकिन उसके बाद उस पर कोई काम नहीं किया गया है।
स्टेशन के नए भवन में रहेंगी सभी सुविधाएं
जंक्शन पर नए भवन का निर्माण किया जाना है, जिसमें सभी प्रकार की सुविधाएं रहेंगी, जल्द ही इसका काम शुरू होने वाला है।
नवल अग्रवाल, पीआरओ