आतंकी गतिविधियों से जुड़े होने के संदेह में डॉ. अदील की गिरफ्तारी के बाद पूरे उत्तर भारत में सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हो गई हैं। सहारनपुर पुलिस के साथ-साथ हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर पुलिस और खुफिया एजेंसियों की टीमें संयुक्त रूप से इस मामले पर कड़ी नजर रखे हुए हैं।
डॉक्टर अदील की गिरफ्तारी के बाद सहारनपुर, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर पुलिस और खुफिया एजेंसियों की टीमें पूरी तरह सतर्क हैं। बताया जा रहा कि एटीएस ने शनिवार को भी डॉ. अदील के पांच करीबियों को हिरासत में लिया है। इनको महानगर, देवबंद और शामली से उठाया गया है, जिनसे गोपनीय स्थान पर रखकर पूछताछ की जा रही है। स्थानीय अधिकारी किसी भी कार्रवाई की पुष्टि नहीं कर रहे हैं।
पंजाब, जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस को इनपुट मिला था कि सहारनपुर और आसपास के क्षेत्रों में डॉ. अदील के संपर्क में रहने वाले कुछ लोग सक्रिय हैं। उसके मोबाइल में कुछ कश्मीरी छात्रों के नंबर मिले हैं। बीते 48 घंटों में संयुक्त टीमों ने कई स्थानों पर दबिश दी है। टीमें लगातार डॉ. अदील के कनेक्शन तलाशने में जुटी हुई है। अब तक जितने भी संदिग्ध व्यक्तियों को उठाया गया, उनके मोबाइल, लैपटॉप, कॉल डिटेल और सोशल मीडिया गतिविधियों की बारीकी से जांच चल रही है। सुरक्षा एजेंसियां पता लगाने में जुटी हैं कि अदील ने सहारनपुर में ठिकाना क्यों बनाया और यहां वह किस तरह की गतिविधियां संचालित कर रहा था। उसके दुबई कनेक्शन की भी जांच की जा रही है।
अंबाला रोड स्थित फेमस अस्पताल से पकड़े गए डॉ. अदील एक भाई दुबई में मानसिक रोग विशेषज्ञ है। जांच में सामने आया है कि डॉ. अदील का भाई मुजफ्फर दुबई से डॉ. अदील के खाते में ट्रांजेक्शन करता था। इसकी जांच भी एटीएस कर रही है। छह नवंबर को डॉ. अदील अहमद की सहारनपुर से गिरफ्तारी हुई थी। उसे जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसके कनेक्शन खंगाले जा रहे हैं। उसका एक भाई दुबई में मानसिक रोग विशेषज्ञ है। डॉ. अदील का भाई उसके खाते में रुपये डालता था, जिसकी जांच भी एटीएस ने शुरू कर दी है। इन पैसों कहां-कहां इस्तेमाल हुआ है, इसका भी पता लगाया जा रहा है।