Sambhal Jama Masjid Case: संभल में हुई हिंसा के बाद आज जुम्मे का पहला नमाज है। पुलिस प्रशासन सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर रखे हैं। आइये बताते हैं क्या है ग्राउंड के हालात ?
Sambhal Jama Masjid Case: 24 नवंबर को संभल में हुई हिंसा के बाद 29 नवंबर (शुक्रवार) को जुम्मे की पहली नमाज अदा की जाएगी। पुलिस सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये हैं। मौके पर अत्यधिक सुरक्षा बालों की तैनाती की है। किसी भी तरह की चूक से बचने के लिए हर स्तर पर जांच की जा रही है।
शाही जामा मस्जिद सर्वे को लेकर 24 नवंबर को पथराव की घटना के बाद यूपी के संभल में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। घटनास्थल पर पुलिस सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर रखे हैं। प्रशासनिक अधिकारी किसी की तरह की चूक से बचने के लिए सुरक्षा व्यवस्थाओं को समय-समय पर रिव्यु कर रहे हैं।
शाही जामा मस्जिद सर्वेक्षण को लेकर 24 नवंबर को पथराव की घटना के बाद आज मस्जिद में जुमे की नमाज अदा की जाएगी। इसे लेकर प्रशासन हाई अलर्ट मोड पर है। मस्जिद के नजदीकी इलाकों में बैरिकेडिंग की भी की गई है।
मामले की संवेदशीलता को देखते हुए पुलिस शाही जामा मस्जिद के इलाके में ड्रोन से नजर बनाये हुए है। बाहरी लोगों को रोकने के लिए पुलिस ने विशेष समुदाय के 20 वालंटियर तैनात किये हैं। प्रशासन ने 20 नए स्थानों पर CCTV कैमरे भी लगाए हैं।
घटनास्थल पर रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) की टुकड़ी को तैनात किया गया है। किसी भी तरह की गतिविधि पर तुरंत काबू पाने और उपद्रव लप बढ़ने के रोकने के लिए रैपिड अस्तिव फोर्स को लगाया गया है। हिंसा के बाद आज जुम्मे की पहली नमाज है।
शुक्रवार की नमाज के लिए नमाजियों की भीड़ से पहले यूपी के संभल में शाही जामा मस्जिद के प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं। इसके साथ-साथ अन्य सुरक्षा के इंतजामों को भी पुख्ता किया गया है।
24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के मामले में रविवार की सुबह जैसे ही सर्वे की टीम पहुंची थी। लोगों ने पथराव करना शुरू कर दिया था। बवाल इतना बढ़ गया कि पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। मौके पर हालात अभी भी संवेदनशील हैं। पुलिस प्रशासन मौके पर तैनात है।
उत्तर प्रदेश के काशी और मथुरा के बाद अब संभल का शाही जमा मस्जिद विवाद के घेरे में है। दावा किया जा रहा है कि ये जगह पहले श्रीहरिहर मंदिर हुआ करता था जिसे बाबर में 1529 में तोड़वाकर मस्जिद बनवा दिया। मस्जिद में शिवलिंग के होने का भी दावा किया जा रहा है।