Kamadgiri Parikrama Marg: श्री रामचंद्र वन पथगमन के तहत कामदगिरि परिक्रमा मार्ग में लोरिंग और नए शेड का निर्माण सहित अन्य विकास कार्य पर्यटन विकास निगम कराएगा।
Kamadgiri Parikrama Marg: श्रीरामचंद्र वन पथगमन प्रोजेक्ट के तहत चित्रकूट के कामदगिरि परिक्रमा मार्ग का विकास अयोध्या की तर्ज पर किया जाएगा। इसकी निविदा प्रक्रिया शुरू हो गई है। परिक्रमा पथ सिंगल कलर थीम में तैयार किया जाएगा। दोनों ओर की इमारतें एक रंग और पैटर्न पर की जाएंगी। पथ की चौड़ाई बढ़ाकर 60 फीट की जाएगी। दोनों ओर के स्थाई, अस्थाई निर्माण और अतिक्रमण चिह्नित करने के निर्देश दिए गए हैं।
जानकारी के अनुसार श्री रामचंद्र वन पथगमन के तहत कामदगिरि परिक्रमा मार्ग में लोरिंग और नए शेड का निर्माण सहित अन्य विकास कार्य पर्यटन विकास निगम कराएगा। इसकी निविदा प्रचलन में है। प्रस्ताव के अनुसार पहले चरण में परिक्रमा पथ के लोरिंग की चौड़ाई लगभग 27 फीट प्रस्तावित रही।
दूसरे चरण में मार्ग की चौड़ाई कम से कम 60 फीट तक बढ़ाने का निर्णय चित्रकूट विकास प्राधिकरण ने सांसद की मौजूदगी में आयोजित बैठक में लिया है। पर्यटन विकास निगम को अपनी कार्ययोजना प्राधिकरण के निर्णय के अनुसार तैयार करने कहा गया है। ईई मप्र. राज्य पर्यटन विकास निगम ने कलेक्टर को पत्र लिखा है। कहा गया है कि प्रस्तावित चौड़ाई के अनुसार दोनों ओर निर्माण, अतिक्रमण का सर्वे कराकर इन्हें चिह्नित किया जाए।
कामदगिरि परिक्रमा मार्ग की चौड़ाई 60 फीट की जाएगी। जिसमें 10 फीट की चौड़ाई पर दण्डवती परिक्रमा बनाई जाएगी। 40 फीट चौड़ाई सामान्य परिक्रमा के लिए होगी। शेष 10 फीट बफर क्षेत्र के रूप में निर्धारित किया जाएगा। परिक्रमा पथ को अयोध्या की तर्ज पर सिंगल कलर थीम पर तैयार किया जाएगा। इसके तहत पथ के दोनों ओर के भवनों को एक ही रंग से पेंट किया जाएगा और भवनों का फ्रंट भी एक ही तरीके से तैयार किया जाएगा।
बेरिकेटिंग में धौलपुर स्टोन का इसेतमाल किया जाएगा। यह भी तय किया गया है कि परिक्रमा पथ के प्रस्तावित कॉरीडोर में हर 100 मीटर के अंतर में चित्रकूट के विशिष्ट-अतिविशिष्ट ऋषि मुनियों की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। इनके साथ ही इनके विवरण भी लेख किए जाएंगे।