MP News: मिड नाइट सन, एवरीथिंग, एवरीथिंग, धूप की चोंच, एक डॉक्टर की मौत और छोरी 2, ये ऐसी फिल्में हैं जिनमें सूरज की रोशनी के प्रति संवेदनशीलता की गंभीर बीमारी दिखाई गई है। एमपी में मजदूर परिवार की बेटी भी दुर्लभ और गंभीर बीमारी से पीड़ित, इलाज के लिए तड़पती मां का दर्द...
MP News: खिलौनों से खेलने की उम्र में सकरिया गांव की 6 साल की रामा जिदंगी की जंग लड़ रही है। आंखें पूरी तरह बंद नहीं हो पातीं। आंखों में दर्द है। चेहरा झुलसा है। बोल भी नहीं पाती। कुपोषण ने शरीर को हड्डियों का ढांचा बना दिया। डॉक्टर कहते हैं, यह जन्मजात दुर्लभ बीमारी एक्सपोजर केराटाइटिस डर्मेटाइटिस (Exposure keratitis dermatitis) है।
मामलासतना जिले का है इसमें सूरज की किरण भी जानलेवा बन जाती है। मां राधा केवट बताती हैं, धूप पड़ते ही रामा का चेहरा झुलस जाता है। आंखों में जलन होती है। एक टक दीवार की ओर देखते राधा कहती हैं, 6 साल की है। बोल नहीं पाती। जब रोती है..(कहते हुए गला रुंध गया) संभालते हुए कहती हैं, तब समझते हैं कि भूख लगी होगी। क्या करें, पति दिहाड़ी मजदूर हैं। घर मुश्किल से चलता है। इलाज कहां से कराएं।
अंधत्व निवारण कार्यक्रम के डीपीएम डॉ. पुष्पराज सिंह का कहना है, एक्सपोजर केराटाइटिस डर्मेटाइटिस कई कारणों से हो सकता है। कुपोषण भी अहम कारक है। विशेष रूप से विटामिन-ए की कमी शरीर को कई बीमारियों के प्रति संवेदनशील बना देती है। बच्ची के पास कल ही टीम पहुंचेगी।