Rail Accident Avert : पश्चिम मध्य रेल के जबलपुर रेल मंडल में बड़ा रेल हादसा टला है। ट्रेक पर चलती भागलपुर एक्सप्रेस ट्रेन का कपलर टूटा, जिससे 3 डिब्बे टूटकर अलग हो गए।
Rail Accident Avert : मध्य प्रदेश के सतना जिले के अंतर्गत आने वाले पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर रेल मंडल क्षेत्र में सोमवार तड़के गाड़ी संख्या 12336 भागलपुर एक्सप्रेस में एक बड़ी तकनीकी गड़बड़ी सामने आई। मझगवां और टिकरिया स्टेशन के बीच अचानक ट्रेन के एस-1 कोच और सामान्य कोच के बीच कपलर टूट गया, जिससे पीछे के 3 जनरल कोच ट्रेन से अलग (अनकपल) हो गए। गनीमत रही कि, ये घटना उस समय हुई जब ट्रेन की गति धीमी थी, जिससे कोई जनहानि या घटना नहीं हुई।
मंडल सुरक्षा नियंत्रण कक्ष, जबलपुर से प्राप्त जानकारी के अनुसार, रात करीब 03:10 बजे रेलवे को सूचना मिली कि, गाड़ी संख्या 12336 मझगवां-टिकरिया खंड के किमी 1231/13 पर समय 02:54 बजे अनकपल हो गई है। सूचना मिलते ही निरीक्षक वी.के. यादव रेल सुरक्षा बल (RPF) पोस्ट सतना अपने स्टाफ के साथ मौके के लिए रवाना हुए और सुबह 05:10 बजे घटनास्थल पर पहुंचे।
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मौके पर मझगवां स्टेशन का हॉल्टेड स्टाफ-प्रधान आरक्षक सुधीर कुमार, आरक्षक संदीप कुमार तथा ऑन ड्यूटी एस्कॉर्ट पार्टी आरक्षक शिवकुमार बागरी एवं दो आरपीएसएफ कर्मी पहले से मौजूद थे।
रेल संचालन को प्रभावित न होने देने के उद्देश्य से तत्परता दिखाते हुए अनकपल ट्रेन के इंजन वाले भाग को 03:45 बजे आगे बढ़ाया गया, जबकि जैतवारा से बैंकर इंजन बुलाकर पीछे के कोचों को 05:10 बजे टिकरिया स्टेशन तक सुरक्षित पहुंचाया गया।
घटना की जानकारी मिलते ही एरिया मैनेजर सतना, स्टेशन मास्टर सतना और कमर्शियल स्टाफ मौके पर पहुंच गए। इसके बाद C&W (कैरेज एंड वैगन) विभाग का तकनीकी दल भी 06:10 बजे मौके पर पहुंच गया। जांच में पाया गया कि, एस-1 कोच का कपलर टूटने से ये घटना हुई। तकनीकी टीम ने प्रभावित एस-1 कोच को ट्रेन से काटकर अलग किया और 07:03 बजे मेन लाइन में सुरक्षित किया गया। इसके बाद मरम्मत और शंटिंग की कार्रवाई कर एस-2 कोच को सामान्य कोच से 07:25 बजे जोड़ा गया। मरम्मत कार्य पूरा होने पर ट्रेन 07:53 बजे टिकरिया स्टेशन से गंतव्य के लिए रवाना कर दी गई।
इस तकनीकी गड़बड़ी के कारण डाउन दिशा की कुल 12 ट्रेनों (22564, 19045, 15017, 11055, FBD/TSG, 19489, 61609, 11061, 12791, 01101, 18203, 01203) का संचालन प्रभावित हुआ और उन्हें देरी से उनके गनतव्यों के लिए रवाना करना पड़ा।
इधर, घटना को लेकर रेलवे अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि, घटना पूरी तरह तकनीकी खराबी के कारण हुई है। प्रारंभिक जांच में किसी प्रकार के आपराधिक हस्तक्षेप के प्रमाण नहीं मिले। रेल प्रशासन ने सुरक्षा बल, स्टेशन स्टाफ और तकनीकी टीम की तत्परता की सराहना की, जिनकी सूझबूझ से किसी बड़ी दुर्घटना को टाला जा सका। अधिकारियों ने बताया कि अगर कपलर टूटने की ये घटना उच्च गति में घटित होती तो बड़ा हादसा होना संभव था।