राजस्थान के सवाई माधोपुर में रणथंभौर के जंगल से सटे प्रसिद्ध त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग से एक बच्चे को टाइगर उठाकर ले गया। दादी-पोता त्रिनेत्र गणेश के दर्शन कर लौट रहे थे।
राजस्थान के सवाई माधोपुर में रणथंभौर के जंगल से सटे प्रसिद्ध त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग से एक बच्चे को बाघिन उठाकर ले गई। दादी-पोता त्रिनेत्र गणेश के दर्शन कर लौट रहे थे। बच्चे की आयु छह साल बताई जा रही है। घटना के बाद त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर श्रद्धालुओं का प्रवेश रोक दिया गया है।
सूचना के बाद वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। बच्चे को उठाकर बाघिन के ले जाने की घटना पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। घटनास्थल पर मौजूद लोगों का कहना है कि एक महिला अपने पोते के साथ मंदिर से दर्शन कर आ रही थी।
तभी जंगल से निकलकर अचानक एक बाघिन आई और बच्चे को मुंह में पकड़कर ले गई। इस दौरान लोगों ने बच्चे को बाघिन के चंगुल से छुड़ाने के लिए चिल्लाए। लेकिन कोई कुछ नहीं कर पाया।
रणथम्भौर में मृत अवस्था में बच्चे को छोड़कर बाघिन भाई गई। बच्चे की मौत की सूचना के बाद दादी रो-रोकर बेहाल है।
घटना दोपहर करीब तीन बजे की बताई जा रही है। त्रिनेत्र गणेश मंदिर रणथंभौर टाइगर रिजर्व के बीचों-बीच स्थित है।
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मार्च 2025 में बाघिन टी-107 ने रणथंभौर टाइगर रिज़र्व में एक वन विभाग के वालिंटियर रामलाल मीणा पर हमला किया था, जिसमें उन्हें मामूली खरोंच आई।
फरवरी 2025 में रणथंभौर नेशनल पार्क के क्षेत्र में टाइगर के हमले में एक शख्स की मौत हो गई थी। व्यक्ति का शव क्षत-विक्षत अवस्था में मिला था।
अक्टूबर 2024 में रणथंभौर से सटे उलियाणा गांव निवासी भरत लाल मीणा अपने खेत पर बकरियां चरा रहा था। इस दौरान अचानक एक बाघ ने भरतलाल पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। टाइगर शव को लेकर करीब 20 मिनट तक बैठा रहा।