Seoni hawala scandal: मध्य प्रदेश के बहुचर्चित हवाला कांड में एमपी पुलिस पर लगा दाग, 11 पुलिसकर्मियों के खिलाफ डकैती, अपहरण और आपराधिक षडयंत्र का केस दर्ज गिरफ्तार...
Seoni hawala scandal: बहुचर्चित हवाला कांड में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने निलंबित एसडीओपी पूजा पांडेय, टीआइ अर्पित भैरम सहित 11 पुलिसकर्मियों के खिलाफ डकैती, अपहरण और आपराधिक षड्यंत्र रचने के आरोप में केस दर्ज किया है। एसडीओपी पांडेय और टीआइ भैरम को उसी थाने में गिरफ्तार किया गया, जहां पहले पदस्थ थे। तीन आरोपी फरार हैं। छिंदवाड़ा डीआइजी राकेश सिंह ने बताया, मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने कार्रवाई के आदेश जारी किए थे।
मंगलवार को एमपी के सिवनी जिले के लखनवाड़ा थाने में एसडीओपी पूजा पांडेय, टीआइ अर्पित भैरम सहित 11 पुलिसकर्मियों के खिलाफ डकैती और अन्य गंभीर धाराओं में एफआइआर दर्ज की गई। इसके तुरंत बाद एसडीओपी, टीआइ और आठ अन्य पुलिसकर्मियों को हिरासत में लेकर लखनवाड थाना लाया गया। ये सभी पहले से निलंबित थे।
बता दें कि 8-9 अक्टूबर की रात लखनवाड़ा थाना क्षेत्र के सीलादेही बायपास पर पुलिस ने एक कार से 2 करोड़ 96 लाख 50 हजार रुपए (MP police hawala scandal) पकड़े थे, जबकि जब्ती सिर्फ 1.45 करोड़ की दिखाई थी।
जबलपुर. हाईकोर्ट ने सिवनी पुलिस से पूछा है कि शिकायतकर्ता को बिना रिमांड पुलिस कस्टडी में क्यों रखा गया। सिवनी पुलिस को निर्देश दिए कि 15 अक्टूबर को पेश करें। नागपुर जिले के जालना निवासी गंगाबाई परमार की ओर से याचिका में आरोप लगाया गया कि पति सोहनलाल को पुलिस ने कई दिन से बंदी बना रखा है। अधिवक्ता श्रेयस दुबे ने दलील दी, सोहनलाल की शिकायत पर ही मामला (MP police hawala scandal) उजागर हुआ था। पुलिस ने 10 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। 12 को छोड़ दिया। उसी रात जालना पुलिस ने गिरफ्तार कर सिवनी पुलिस को सौंप दिया। तब से हिरासत में हैं।
मध्यप्रदेशमें कानून सबके लिए समान है। सिवनी प्रकरण में एसडीओपी सहित 11 पुलिसकर्मियों पर एफआइआर दर्ज की गई है। 8 को हिरासत में लिया गया है। कानून का उल्लंघन करने वालों को किसी भी स्थिति में बक्शा नहीं जाएगा। प्रदेश में सुशासन और कानून व्यवस्था सर्वोपरि है।
-डॉ. मोहन यादव, मुख्यमंत्री