Raipur To Maihar Bus Brake Fail : रायपुर से मैहर जा रही बस के घाट पर ब्रेक फेल। खाई की ओर बेलगाम ढुलकने लगी खचाखच भरी बस। सवार 50 से अधिक कांवड़िये हादसे में बाल-बाल बचे। खबर में जानें कैसे टला हादसा।
Raipur To Maihar Bus Brake Fail : छत्तीसगढ़ के रायपुर से मध्य प्रदेश के मैहर जिले जा रही कांवड़ियों से खचाखच भरी बस रविवार सुबह भीषण हादसे का शिकार होने से बच गई। बताया जा रहा है कि, रास्ते में पड़े शहडोल जिले के अंतर्गत आने वाले पतखई घाट पर बस के ब्रेक फेल हो गए, जिसके बाद वो अनियंत्रित होकर खाई की तरफ जाने लगी। जैसे ही ड्राइवर समेत यात्रियों को ब्रेक फेल होने का आभास हुआ बस में चीख पुकार मच गई। अनियंत्रित दौड़ती बस खाई में गिरने के कगार पर पहुंच गई। लेकिन, एन वक्त पर कुछ ऐसा हुआ, जिसके चलते बस में सवार सभी यात्रियों की जान बच गई। हादसा बस चालक के साथ-साथ पीछे से आ रहे एक ट्रक के चालक की सूझबूझ और त्वरित प्रतिक्रिया के चलते टल गया है। वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
मामले को लेकर सिंहपुर थाना प्रभारी मुन्ना लाल राहंगडाले का कहना है कि, जैसे ही बस के ब्रेक फेल हुए चालक ने बस से पूरी तरह से नियंत्रण खो दिया। लेकिन इसी बीच पीछे से एक ट्रक आता चालक को साइड ग्लास में दिखा। इसपर बस चालक ने तुरंत ही ट्रक चालक को आपात स्थिति का इशारा दिया। इसपर ट्रक चालक ने तुरंत ही बस चालक का इशारा समझकर अपनी जान की परवाह किए बिना त्वरित एक्शन लेते हुए ट्रक को बस के आगे लाकर ब्रेक मार दिए। ट्रक चालक के ऐसा करने से ढुलकती हुई बस ट्रक से तो जा टकराई, लेकिन इससे बस की गति रुक गई और बस में सवार सभी कांवड़ियों की जान बच गई।
घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी और उनके दल ने स्थल पर पहुंचकर सभी कांवड़ियों को सुरक्षित निकाल लिया। बस में 50 से अधिक कांवड़िए सवार थे, जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल थे। जब बस अनियंत्रित हो रही थी, तब ट्रक चालक ने अपने ट्रक को बस के आगे अड़ा दिया। इस दौरान बस के कई कांच तो टूटे और बॉडी भी डेंट हुई, लेकिन बस या ट्रक में सवार कोई भी शख्स घायल तक नहीं हुआ।
कांवड़ियों ने ट्रक चालक का धन्यवाद करते हुए कहा, अगर उन्होंने अपनी सूझबूझ नहीं दिखाई होती तो हम सबकी स्थिति गंभीर हो सकती थी। हम सभी उनके आभारी हैं। पुलिस ने इस घटना को लेकर ट्रक चालक की प्रशंसा की। घटना के बाद सभी कांवड़ियों को सुरक्षित थाने लाया गया। यहां पुलिस की ओर से सभी के लिए चाय-नाश्ते की व्यवस्था की गई। इस अवधि में दूसरी बस मौके पर आ गई, जिसमें सवार होकर सभी कांवड़िये आगामी यात्रा के लिए निकल पड़े।