केशवाही पुलिस की कार्रवाई से नाराज होकर की नारेबाजी, प्रभारी को निलंबित करने की मांग की
केशवाही पुलिस की कार्रवाई से नाराज होकर की नारेबाजी, प्रभारी को निलंबित करने की मांग की
शहडोल. केशवाही चौकी क्षेत्र के ग्राम बलबहरा में मंगलवार की शाम एक ऑटो पाट्र्स की दुकान में घुसकर हथियारबंद बदमाशों ने दो सगे भाइयों की हत्या कर दी थी। मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। परिजनों का आरोप है कि विवाद पिछले कई महीनों से चल रहा था। पुलिस को इसकी जानकारी भी दी गई थी लेकिन केशवाही पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी, न ही एफआइआर की गई थी। इससे आरोपियों का हौसला बढ़ता गया और बड़ी वारदात को अंजाम दे दिया। जानकारी के अनुसार बलबहरा में शर्मा व तिवारी परिवार के बीच 2021 से भूमि विवाद चल रहा था। मंगलवार की शाम करीब 6.30 बजे राकेश तिवारी उर्फ सोनू अपने भाई राहुल तिवारी के साथ अपनी ऑटो पाट्र्स की दुकान में दीपक जलाने गया था। इसी दौरान अनुराग शर्मा अपने 10-12 अन्य साथियों के साथ दुकान में घुसकर धारदार हथियार से दोनों भाईयों पर जानलेवा हमला कर दिया था। मृतक के परिजनों का आरोप है कि दीपवाली के 3-4 दिन पहले अनुराग शर्मा ने विवाद करते हुए मारपीट करने की धमकी दी थी, जिसकी शिकायत मृतक राकेश तिवारी व राहुल ने केशवाही पुलिस से की थी, लेकिन चौकी प्रभारी ने यह कहते हुए मामले को टाल दिया कि आपसी विवाद है आपस में निपटा लो। परिजनों को आरोप है कि चौकी प्रभारी अगर समय रहते शिकायत पर कार्रवाई करते तो आज दो-दो हत्या नहीं होती।
सडक़ पर विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। चौकी प्रभारी को सस्पेंड करने व 302 का मुकदमा दर्ज करने के साथ ही आरोपियों के घर जमींदोज करने, मृतकों के परिवार को नौकरी व मुआवजा की मांग पर चार घंटे चक्का जाम किया। घटना की जांच उच्च स्तर से कराने की मांग की।
सडक़ पर विरोध प्रदर्शन की जानकारी लगते ही कांग्रेस जिला अध्यक्ष अजय अवस्थी ने पीडि़त परिवार से मुलाकात की और खुद प्रशानिक अधिकारियों से बात कर कार्रवाई की मांग की। इसके साथ ही भाजपा जिला अध्यक्ष अमिता चपरा, पूर्व अध्यक्ष कमल प्रताप सिंह ने भी मौके पर पहुंचकर परिवार से चर्चा कर कार्रवाई की बात कही।
पुलिस ने बताया कि हत्या के आरोप में पांच नामजद व 8-10 अन्य पर मामला दर्ज किया गया है। मुख्य आरोपी अनुराग शर्मा, सचिन शर्मा, धनेश शर्मा, नयन पाठक व निलेश कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं अन्य की तलाश जारी है। पुलिस ने बताया कि घटना के बाद रात में ही आरोपी अनुराग शर्मा अपने साथियों के साथ मारपीट की शिकायत करने बुढ़ार थाने पहुंचा था, जिसे तत्काल हिरासत में लिया गया था।
मुख्य आरोपी अनुराग शर्मा के खिलाफ पूर्व में भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस के अलावा चोरी और अवैध हथियार से डराने धमकाने सहित कई मामले दर्ज हैं।
चार घंटे के चक्का जाम से आवागमन करने वाले कई लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस दौरान मेडिकल कॉलेज में पदस्थ नर्सिंग ऑफीसर भी जाम में करीब 1 घंटे फंसी रही, बाद में 112 से मदद लेकर वैकल्पिक मार्ग से कार्यस्थल पहुंची। इसी प्रकार कुछ लोग सडक़ के एक तरफ से दूसरी तरफ जाने के लिए वाहनों से उतकर पैदल अपने सामान हाथ में लेकर पार हुए।
मृतक के भाई मुकेश तिवारी ने बताया कि घटना के बाद जब घायल दोनों भाइयों को स्थानीय लोगों के द्वारा अस्पताल ले जाया जा रहा था, उस दौरान आरोपियों ने रास्ते में वाहन को रोक लिया, पुलिस को जानकारी देने के बाद चौकी प्रभारी बल की कमी बताकर मौके पर भी नहीं पहुंचे। इसके बाद दूसरे रास्ते से घायलों को बुढ़ार अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। परिजनों ने आरोप लगाया है कि इस घटना में केशवाही पुलिस की सबसे बड़ी लापरवाही है, घटना के बाद 30 किमी. दूर बुढ़ार से पुलिस बल पहुंच गया, लेकिन केशवाही चौकी प्रभारी मौके पर नहीं पहुंचे पाए थे।
इनका कहना
लापरवाही बरतने पर केशवाही चौकी प्रभारी को लाइन अटैच किया गया है। घटना की जांच कराई जा रही है, जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
रामजी श्रीवास्तव, एसपी