- टीबा की ढाणी निवासी पीड़ित मजदूर ने आरोपी महेंद्र के खिलाफ मामला दर्ज करवाया - आरोपी ने पीड़ित के नाम तीन बैंक खाते खुलवाकर एटीमए, पासबुक व चैकबुक अपने पास ही रख ली थी
सीकर. साइबर पुलिस थाना सीकर में एक श्रमिक ने धोखाधड़ी व झांसा देकर म्युल बैंक खाता खुलवाकर बैंक पास बुक्स, चैक बुक व एटीएम लेकर साइबर ठगी करने का मामला दर्ज करवाया है। आरोपी महेंद्र ने पीड़ित को झांसा दिया कि वह उसे अच्छा काम दिला देगा, लेकिन इसके लिए अलग-अलग बैंक खाते खुलवाने होंगे। आरोपी ने मजदूर से खाते खुलवाए और फिर उनसे एक करोड़ रुपए से अधिक का ऑनलाइन फ्रॉड कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इससे पहले भी साइबर ठगी के जिलेभर के थानों में कई मामले दर्ज हो चुके हैं।
साइबर थाना के इंचार्ज डिप्टी अनुज डाल व जांच अधिकारी रिया चौधरी ने बताया कि होलाश कुमार पुत्र मदनलाल मेघवाल निवासी टीबा की ढाणी, लक्ष्मणगढ़ चेजा का काम करता है। मजदूर होलाश ने करीब 3 से 4 साल पहले साइंस कॉलेज सीकर में टाइल्स लगाने का काम किया था। इस दौरान वहां पर भैंरूपुरा गांव का रहने वाला महेंद्र आता-जाता रहता था। होलाश कुमार ने बताया कि आरोपी महेंद्र से उसकी पहचान होने के कारण महेंद्र ने होलाश से नजदीकियां बढ़ाई। करीब डेढ़ से दो साल पहले महेंद्र ने होलाश से कहा कि आपको अच्छा काम दिलवाऊंगा, जिससे कि मुनाफा होगा। इसके लिए आपको बैंक अकाउंट खुलवाने होंगे।
पीड़ित होलाश कुमार आरोपी महेंद्र के झांसे में आ गया और विश्वास करके उसने कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक और बंधन बैंक में अकाउंट खुलवा लिए। इन तीनों बैंक खातों की चेक बुक, पासबुक, एटीएम कार्ड और नेट बैंकिंग भी महेंद्र ने होलाश कुमार से ले ली थी। पीड़ित ने बताया कि उक्त तीनों बैंक खातों में जो मोबाइल नंबर दिए थे वह सिम भी महेंद्र ने होलाश से ले ली। महेंद्र ने इन तीनों अकाउंट में ऑनलाइन फ्रॉड की राशि का लेनदेन किया गया।
जांच अधिकारी रिया चौधरी ने बताया कि पीड़ित होलाश कुमार केे इन तीनाें बैंक खातों से करीब एक करोड़ रुपए की राशि का लेनदेन किया गया। जब एक साथ इतनी मोटी रकम का लेनदेन हुआ तो पीड़ित के तीनों बैंक खातें फ्रीज कर दिए गए। पीड़ित को साइबर पोर्टल पर अकाउंट की शिकायत होने के बाद चला। साइबर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।