इस वर्ष कई प्रमुख आईआईटी-एनआईटी ने विद्यार्थियों के प्रथम वर्ष की परफोरमेंस के आधार पर होने वाले ब्रांच अपग्रेडेशन के विकल्प को बंद कर दिया है।
Sikar News : सीकर. इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-एडवांस्ड के परिणाम के बाद अब आईआईटी और एनआईटी में एडमिशन के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। लाखों विद्यार्थी जेईई-मेन एवं एडवांस्ड की रैंक पर कॉलेज ऑप्शन चुनने की विश्लेषण में लगे हैं। इस वर्ष 121 कॉलेजों की 865 ब्रांचेंज को जोसा काउंसलिंग के दौरान भरना है। च्वाइस फिलिंग की अंतिम तिथि 18 जून है। कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि इस वर्ष कई प्रमुख आईआईटी-एनआईटी ने विद्यार्थियों के प्रथम वर्ष की परफोरमेंस के आधार पर होने वाले ब्रांच अपग्रेडेशन के विकल्प को बंद कर दिया है। इन आईआईटी में शीर्ष आईआईटी मुंबई, मद्रास, खरगपुर, हैदराबाद, जम्मू, मंडी, भुवनेश्वर, धारवाड़ के अतिरिक्त आईआईटी धनबाद शामिल है।
इस वर्ष 59917 सीटों के लिए काउन्सलिंग
23 आईआईटी 17740, 32 एनआईटी की 24229, 26 ट्रिपलआईटी की 8546, 40 जीएफटीआई की 9402 के साथ कुल 59917 के लिए काउंसलिंग हो रही है। गत वर्ष के मुकाबले आईआईटी की 355, एनआईटी की 275, ट्रिपल आईटी की 800, जीएफटीआई की 1335 कुल 2765 सीटों में बढ़ोतरी हुई है।
ये हैं एनआईआईटी
आईआईटी के साथ-साथ 16 एनआईटी ऐसे हैं जिन्होंने इस वर्ष ब्रांच अपग्रेडेशन के ऑप्शन्स को बंद किया है। इनमें जयपुर, दिल्ली, रायपुर, पटना, सूरत इलाहाबाद, हमीरपुर, कालीकट, सूरतकल, नगालैंड, पुड्डूचेरी, कुरूक्षेत्र, राउकेला, तिरूचिरापल्ली, वारंगल व आंध्रप्रदेश शामिल हैं।
अब ये विकल्प
एक्सपर्ट ने बताया कि हर वर्ष बड़ी संया में विद्यार्थी शीर्ष आईआईटी-एनआईटी की कोर ब्रांचों के अतिरिक्त लोअर-ब्रांचों को उनके नीचे के आईआईटी-एनआईटी की कोर ब्रांचों से ज्यादा प्राथमिकता देते थे, क्योंकि विद्यार्थियों की यह सोच होती है कि वे शीर्ष आईआईटी एवं एनआईटी में लोअर ब्रांचों में प्रवेश लेकर प्रथम वर्ष की परफोरमेंस की आधार पर ब्रांच अपग्रेड क रवा सकते हैं। अब इनमें ब्रांच अपग्रेड का विकल्प बंद होने से विद्यार्थी इन कॉलेजों में केवल रूचि के अनुसार पढऩे वाली ब्रांच को ही प्राथमिकता सूची में रख सकेंगे।