यदि मन में कुछ करने का जूनून हो तो तमाम मुसीबातों को मात देकर भी सफलता का इतिहास रचा जा सकता है। यह साबित कर दिया है पीसीसी के होनहार ऋषभ ने।
सीकर। यदि मन में कुछ करने का जूनून हो तो तमाम मुसीबातों को मात देकर भी सफलता का इतिहास रचा जा सकता है। यह साबित कर दिया है पीसीपी के होनहार ऋषभ ने। उन्होंने जेईई मेन के परिणाम में फिजिक्स विषय में 100 परसेंटाइल अंक हासिल किए हैं।
मूलत: धोद निवासी ऋषभ के पिता विकास पारीक कपड़े के व्यापारी है। मां नीलम देवी गृहिणी हैं। ऋषभ ने कक्षा पांचवीं से 10वीं प्रिंस एकेडमी से एवं कक्षा 11वीं व 12वीं पीसीपी फाउंडेशन कोर्स से की है। ऋषभ ने बताया कि वह स्मार्ट फोन का प्रयोग नहीं करता है। उसका सोशल मीडिया पर अकाउंट भी नहीं है।
ऋषभ भविष्य में सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनकर कम्प्यूटर क्षेत्र में नई तकनीक विकसित करना चाहता है। इस सफलता के लिए ऋषभ ने रोज सात- आठ घंटे अध्ययन किया।
दो घंटे पढ़ाई के बाद बीच में ब्रेक लेता ताकि कॉन्सेप्ट्स को अच्छी तरह समझ सके। पढ़ाई के साथ-साथ ऋषभ क्रिकेट का भी शौक रखता है। ऋषभ ने सफलता का श्रेय दादा-दादी,माता-पिता व पीसीपी की फैकल्टी टीम को दिया है।