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Jhunjhunu gangwar : झुंझुनूं गैंगवार को लेकर बड़ा खुलासा, पुलिस ऐसा कर लेती तो टल सकती थी गैंगवार

Jhunjhunu gangwar Update: झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ कस्बे के पास कैमरी की ढाणी में हुई गैंगवार में साजिशकर्ता श्रवण भादवासी सहित सभी चारों आरोपी सीकर जिले के ही रहने वाले हैं, जिसमें से एक हिस्ट्रीशीटर की मौत हो गई है।

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सीकर

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kamlesh sharma

Dec 15, 2025

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी: फोटो पत्रिका

सीकर। झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ कस्बे के पास कैमरी की ढाणी में हुई गैंगवार में साजिशकर्ता श्रवण भादवासी सहित सभी चारों आरोपी सीकर जिले के ही रहने वाले हैं, जिसमें से एक हिस्ट्रीशीटर की मौत हो गई है। हिस्ट्रीशीटर रविंद्र कटेवा पर फायरिंग करने वाला मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर कृष्णकांत उर्फ रविकांत टुकड़ा-टुकड़ा गैंग से जुड़ा हुआ था। राजस्थान पुलिस की ओर से पिछले छह माह से चलाए जा रहे विशेष अभियान के बाद भी हिस्ट्रीशीटर पिछले ढाई साल से फरार चल रहा था और स्थायी वारंटी भी था। आरोपी हिस्ट्रीशीटर कृष्णकांत के खिलाफ विभिन्न थानों में चोरी, लूट, मारपीट व फायरिंग के 12 मामले दर्ज थे फिर भी उसे रानोली थानाधिकारी व रानोली थाना पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई।

गौरतलब है कि डीजीपी के निर्देशों के तहत प्रदेशभर में हर जिले में पुलिस संगठित अपराध, हिस्ट्रीशीटर, इनामी बदमाश, भगोड़े वारंटियों को गिरफ्तार कर रही है। वहीं बदमाशों को फॉलो करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया जा रहा है लेकिन आरोपी कृष्णकांत पकड़ में नहीं आया था। बदमाश कृष्णकांत व फरार आरोपी नंदू फौजी पर समय रहते पुलिस कार्रवाई होती तो शेखावाटी में गैंगवार टल सकती थी।

डकैती के कारण निकाला था सेना से

गैंगवार में शामिल फरार आरोपी नंदू फौजी (28) निवासी वार्ड नंबर आठ, सिंघासन के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। हाल ही में आरोपी नंदू फौजी को डकैती के मामले में गिरफ्तार हुआ था। आरोपी पिपराली रोड पर एक युवक से रुपए लेकर फरार हो गया था, जिसके बाद उसे सीकर पुलिस ने दो-तीन दिन में ही गिरफ्तार कर लिया था। डकैती के इसी मामले के चलते आरोपी नंदू को सेना से भी निकाला गया था। आरोपी के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं और वह नशे का आदि था। आरोपी ने कुछ दिन पहले ही सिंघासन गांव में एक स्कूटी भी जला दी थी।

जमीनी विवाद से बढ़ी गैंगवार

श्रवण भादवासी की भाभी शारदा देवी ने अपनी जमीन हिस्ट्रीशीटर रविंद्र कटेवा के एक साथी के नाम एग्रीमेंट करवा दिया था। जमीनी विवाद का मामला बढ़ा और हिस्ट्रीशीटर रविंद्र कटेवा कई प्रयास के बाद भी भादवासी में जमीन पर कब्जा नहीं कर पाया। कटेवा की गैंग ने एक साल पहले 25 नवंबर को श्रवण भादवासी के साथी सुरेश मुंवाल पर शादी से वापस लौटने के दौरान दौलतपुरा स्टैंड के पास जानलेवा हमला कर दिया था। उसके हाथ-पैर तोड़ दिए थे। हिस्ट्रीशीटर कटेवा ने इस दौरान सुरेश को धमकी दी थी कि शारदा व उसके बेटे जितेंद्र और राजेश ने श्रवण को मारने के लिए सुपारी दे रखी है। ऐसे में यह जमीनी विवाद बढ़ता गया।

जमीन जाती देख श्रवण ने दी कटेवा की सुपारी

तत्कालीन एसपी भुवन भूषण यादव ने हिस्ट्रीशीटर रविंद्र कटेवा पर 25 हजार और उसके कई गुर्गों पर 10-10 हजार रुपए का इनाम रखा था। उसके कई हिस्ट्रीशीटर गुर्गों को सीकर पुलिस ने करीब चार माह बाद सुरेश मुंवाल पर जानलेवा हमले के मामले में गिरफ्तार कर लिया था। बाद में कटेवा शातिराना तरीके से मामले में राजीनामा कर जेल से बाहर आ गया था। श्रवण भादवासी ने पुश्तैनी जमीन जाती देख व जान का खतरा भांप हिस्ट्रीशीटर रविंद्र कटेवा की सुपारी हिस्ट्रीशीटर कृष्णकांत उर्फ रविकांत उर्फ गोलू स्वामी, नंदू फौजी, राजू अठवास, पिंटू को देकर उस पर फायरिंग करवा दी लेकिन कटेवा बच गया और उसका साथी सुनील सुंडा फायरिंग में मारा गया।