एसी, फ्रिज, एलइडी, माइक्रोवेव ओवन और इंडक्शन में खरीदारीइलेक्ट्रॉनिक्स खरीदारी में बूम, कारोबार में 40% का उछालप्रदेश में ग्राहकों को लुभाने मिल रही आकर्षक छूट
जबलपुर। अक्षय तृतीया 3 मई को है। सहालग के इस अबूझ मुहूर्त के लिए बाजार भी सजकर तैयार हैं और खरीदार भी। इस शुभ मुहूर्त में इलेक्ट्रॉनिक्स, गैजेट््स और पारम्परिक बर्तनों की जमकर खरीदी होगी। कारोबारियों की मानें तो अक्षय तृतीया के शुभ मौके पर प्रदेश में 300 करोड़ और अकेले जबलपुर में करीब 25 करोड़ का कारोबार होने की उम्मीद है। कोरोना संक्रमण काल के बाद इस बार व्यापार में 40 प्रतिशत तक उछाल देखने को मिल सकता है। इसके चलते सभी व्यापारियों ने पहले से माल का भरपूर स्टॉक किया हुआ है। व्यापारियों के मुताबिक एक शादी में इलेक्ट्रॉनिक्स पर कम से कम 10 प्रतिशत खर्च किया जाता है। इसमें एलइडी टीवी, वॉङ्क्षशग मशीन और रेफ्रिजरेटर्स सबसे प्राथमिक आइटम हैं। इसके साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में एयरकंडीशनर, माइक्रोवेव, इंडक्शन, जैसे उपकरणों की खासी डिमांड है। ग्राहक खरीदारी के लिए आकर्षित हों इसके लिए कई तरह की छूट और प्रोडक्ट पर दो से पांच साल की वारंटी भी दी जा रही है।
ग्राहकों को ऑफर्स
ग्राहक की ओर से खरीदे गए आइटम की होम डिलीवरी की सुविधा देना।
ग्राहक को प्रोडक्ट ऑपरेट की डिजिटल जानकारी देना।
हर आइटम की खरीदारी पर गिफ्ट और कैशबैक देना।
खरीदारी पर जीरो फीसदी डाउन पेमेट सुविधा देना।
खरीदारी पर 10त्न तक दे रहे छूट।
जबलपुर में 25 करोड़ के कारोबार की उम्मीद
ब्याज मुक्त किश्तों में खरीदारी
क्रेडिट कार्ड और बैंक ऑफर्स की बदौलत इलेक्टॉनिक्स आइटम की खरीदारी में ग्राहकों को आसानी हो रही है। यदि जेब में एक मुश्त रकम नहीं है, तो किस्तों में मोबाइल, टीवी, रेफ्रिजरेटर, वॉङ्क्षशग मशीन, माइक्रोवेव समेत अन्य सामान खरीद सकते हैं। खास बात ये है कि विभिन्न इलेक्टॉनिक्स सामान उपभोक्ता ब्याज मुक्त किस्तों पर भी खरीद सकते हैं।
बर्तन भले ही महंगे, पर शादी की खरीदारी में कमी नहीं
त्योहारों के साथ-साथ शादी-विवाह के मौके पर बर्तनों की खरीदारी जरूरी मानी जाती है। साल भर में बर्तन बाजार में बर्तनों के दामों में भले ही 50 फीसदी का इजाफा हो गया हो लेकिन फिर भी शादी की खरीदारी में कोई कमी नहीं है। ग्वालियर बर्तन व्यवसायी संघ के सचिव विनोद गिडवानी ने बताया कि शादी-ब्याह में बर्तन भेंट करने का हमारे यहां शुरू से चलन रहा है। दो साल बाद खरीदी में उछाल बना है। इसके चलते इन दिनों में बर्तनों की पूछ-परख खासी बढ़ जाती है। शहर में चेन्नई, अहमदाबाद, मुंबई, दिल्ली आदि जगहों से बर्तन आते हैं। कोरोना काल में तांबे-पीतल के बर्तनों का चलन बढ़ा था, इसी को देखकर अब भी लोग इनकी डिमांड कर रहे हैं। बाकी परंपरागत बर्तनों की भी काफी मांग है। बाजार में वैवाहिक सीजन को देखते हुए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए नए गिफ्ट आइटम भी लाए हैं।