- कालीतीर परियोजना: निविदा अपलोड, 30 माह में पूरा करना होगा काम - चंबल से लिफ्ट कर पार्वती व रामसागर बांध में आएगा पानी KaliteerProjectnews: धौलपुर. राज्य सरकार ने धौलपुर को बड़ी सौगात दी है।
706 करोड़ से बदलेगी धौलपुर की तकदीर, सितबंर 2025 तक पूरा होगा सपना
- कालीतीर परियोजना: निविदा अपलोड, 30 माह में पूरा करना होगा काम
- चंबल से लिफ्ट कर पार्वती व रामसागर बांध में आएगा पानी
#KaliteerProjectnews: धौलपुर. राज्य सरकार ने धौलपुर को बड़ी सौगात दी है। जिले की बहुप्रतीक्षित कालीतीर परियोजना का सपना पूरा होने की दिशा में महत्वपूर्ण पड़ाव गुरुवार को पूरा हो गया। बाड़ी, सैंपऊ, धौलपुर और राजाखेड़ा क्षेत्र की लाइफलाइन बनने वाली यह परियोजना सितंबर 2025 तक पूरी होने की उम्मीद है। 705.86 करोड़ की इस परियोजना के लिए गुरुवार को निविदा अपलोड कर दी गई है। शुक्रवार से संवेदक इसे डाउनलोड कर सकेंगे। इसकी अंतिम तिथि 16 फरवरी रखी गई है। 17 फरवरी को निविदा खोली जाएगी। तीस माह में संवेदक को काम पूरा करना होगा। इस तरह अगर देखा जाए और मार्च माह से काम शुरू हो तो 30 माह बाद सितंबर 2025 तक काम पूरा हो जाएगा।
यह है कालीतीर परियोजना
जिले की महत्वपूर्ण सिंचाई परियोजना में कालीतीर लिफ्ट परियोजना शामिल है। इसके तहत धौलपुर जिले की सरमथुरा तहसील के निकट कालीतीर इलाके में चम्बल नदी से पानी लिफ्ट कर पार्वती बांध एवं रामसागर बांध को वर्षा काल में भरा जाना प्रस्तावित है। इस परियोजना में चम्बल नदी से कुल 3553 एमसीएफटी पानी जो कि पार्वती बांध एवं रामसागर बांध को पूर्ण भरने के लिए 90 प्रतिशत डिपेन्डेबिलिटी पर आवश्यक है, कुल 180 मीटर ऊचाई में लिफ्ट किया जाना है। जो कि चम्बल नदी से 8.4 किलोमीटर दूरी पर स्थित बोहरे के ताल में छोड़ा जाएगा। तत्पश्चात इस ताल से पानी रामसागर बांध में ग्रेविटी फ्लो से प्रवाहित होकर पहुंचेगा। पार्वती बांध के लिए बोहरे के ताल से 2 किलोमीटर दूर स्थित नाले में प्रवाहित किया जाएगा। जहां से यह ग्रेविटी फ्लो के जरिए पार्वती बांध में पहुंचेगा।
पार्वती नदी पर बनाए नौ एनीकट, दसवां शीघ्र
कालीतीर परियोजना के तहत आने वाले पानी का संजोने के लिए राजाखेड़ा क्षेत्र में पार्वती नदी पर नौ एनीकट बनाए गए हैं। विधायक रोहित बोहरा ने दसवें एनीकट की मांग भी सरकार से की है। उम्मीद है इस बजट में यह मंजूर हो जाएगा।
सिंचाई के लिए पानी, बढ़ेगा भूजल स्तर
इस परियोजना से बाड़ी, सैंपऊ, धौलपुर और राजाखेड़ा क्षेत्रों में सिंचाई के लिए किसानों को पर्याप्त पानी मिल सकेगा। साथ ही पार्वती नदी में पानी आने से क्षेत्र के भूजल स्तर में भी बढ़ोतरी होगी।
पेयजल किल्लत भी होगी दूर
पार्वती बांध एवं राम सागर बांध से जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने बाड़ी के शहरी क्षेत्र एवं ग्रामीण क्षेत्र के 193 गांव, धौलपुर तहसील के 59 गांव एवं सैंपऊ तहसील के 61 गांव में पेयजल के लिए 1548 एमसीएफटी पानी की मांग की है। ऐसे में बाड़ी शहर और सैकड़ों गांवों में लोगों को पेयजल मिल सकेगा।
इनका कहना है
कालीतीर परियोजना के टेंडर अपलोड हो गए हैं। 13 जनवरी से 16 फरवरी तक संवेदक इन्हें डाउनलोड कर सकेंगे। 17 फरवरी को निविदा खोली जाएगी। जरूरी मंजूरी के बाद अगर मार्च अंत से काम शुरू होता है तो 30 माह बाद सितंबर 2025 तक काम पूरा हो जाएगा।
- दिनेश गुप्ता, अधीक्षण अभियंता, सिंचाई विभाग धौलपुर
बहुप्रतीक्षित कालीतीर परियोजना के लिए मुख्यमंत्री का आभार है। राजाखेड़ा क्षेत्र के लिए यह परियोजना मेरा सपना थी। 30 माह में काम पूरा हो जाएगा। आने वाली पीढिय़ों तक के लिए यह फायदेमंद साबित होगी।
- रोहित बोहरा, विधायक राजाखेड़ा
कालीतीर परियोजना से जिले के विकास को पंख लगेंगे। करीब 706 करोड़ की यह परियोजना जिले के लिए महत्वपूर्ण आयाम सिद्ध होगी।
- अनिल कुमार अग्रवाल, जिला कलक्टर, धौलपुर