खास खबर

धान करेगा किसानों को मालामाल, साठ हजार हैक्टेयर में हुई बुवाई

जिले में धान का रकबा बढऩे की उम्मीद है। जबकि अभी किसानों का खेतों में बुवाई का दौर जारी है। किसान बरसात के इंतजार में है। जबकि अन्य फसलों की बुवाई में भी किसान जुटे हुए है। बरसात शुरू होने के साथ ही इन दिनों खेतों में रौनक लौटने लगी है।

3 min read
Jul 15, 2024
शहर के निकट खेतों में लगाया गया धान।

बूंदी. जिले में धान का रकबा बढ़ने की उम्मीद है। जबकि अभी किसानों का खेतों में बुवाई का दौर जारी है। किसान बरसात के इंतजार में है। जबकि अन्य फसलों की बुवाई में भी किसान जुटे हुए है। बरसात शुरू होने के साथ ही इन दिनों खेतों में रौनक लौटने लगी है।

किसान अच्छी पैदावार की उम्मीद में खरीफ फसल की बुवाई में जुट गए हैं। जिले में अधिकांश जगह भूमि पुत्र खाद-बीज खरीदकर जुताई-बुवाई में जुटे हैं, वहीं कृषि विभाग ने भी अच्छी बारिश को देखते हुए इस साल का खरीफ की बुवाई का अनुमानित लक्ष्य निर्धारित किया है। कृषि विभाग के मुताबिक इस बार जिले में 2 लाख 75 हजार 200 हैक्टेयर क्षेत्र में खरीफ की बुवाई का अनुमान है। जबकि अभी तक 1 लाख 56 हजार 841 हैक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हो चुकी। जिले में सबसे अधिक धान, मक्का, सोयाबीन व उड़द की बुवाई होगी। जिले में पहली बारिश होते ही किसानों ने खेतों की जुताई कर फसलों की बुवाई करना शुरू कर दिया। कई जगह किसान खेत में खरपतवार को हटा रहे हैं, तो कोई बुवाई के लिए कृषि उपकरणों को ठीक कर रहे हैं। किसानों व कृषि कार्य में प्रयुक्त मशीनों के आने-जाने से खेतों में हलचल बढ़ गई है।

धान की 90 फीसदी बुवाई हुई
जिले में इस बार भी धान की बुवाई अच्छी होने की विभाग उम्मीद लगा रहा है। अब तक लक्ष्य 60 हजार की तुलना में 50 हजार 140 हैक्टेयर में यानि 90 फीसदी से जयादा बुवाई हो चुकी है। जबकि विभाग के अनुसार एक लाख से अधिक जिले में धान की बुवाई होगी। जिले में तीन एरिया क्षेत्र में धान की बुवाई ज्यादा होती है। विशेषकर बूंदी,तालेड़ा व केशवरापाटन हालांकि हिंडोली एरिया में भी बुवाई होती है,लेकिन कम। धान की फसल को अधिक पानी की आवश्यकता होती है। कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार बरसात अच्छी होने से धान का एरिया बढ़ेगा।

अच्छी बुवाई की उम्मीद
किसानों ने बताया कि इस बार अच्छी बारिश की उम्मीद है। हालांकि पिछले साल बिपरजॉय के चलते समय से पहले ही बारिश शुरू हो गई थी, लेकिन तूफान से फसलें प्रभावित हुई थी। इस बार बारिश के शुरुआती रूझान को देखते हुए अच्छी बुवाई होने की उम्मीद है। कृषि अधिकारियों की सलाह से किसान बुवाई करने में लगे हैं।

कम पानी चाहने वाली फसल की बुवाई भी जारी
कृषि अधिकारियों के अनुसार जिले में मक्का,उड़द व सोयाबीन फसल की बुवाई भी अच्छी होती है। नैनवां व हिंडोली क्षेत्र में मक्का व उड़द की ओर किसान ज्यादा ध्यान देते है,हालांकि कुछ एरिया में किसान सोयाबीन की भी बुवाई करने में किसान जुटे हुए है। इन फसलों की पानी की कम आवश्यकता होती है। ऐसे में अब तक तीनों फसलों ने लक्ष्य के अनुरूप किसानों ने अच्छी बुवाई कर ली है।

बुवाई के समय इन बातों का रखे ध्यान
●बीज अच्छी गुणवत्ता वाले होने चाहिए। -बीज को मिट्टी में उचित नमी होने पर उचित गहराई पर बोया जाना चाहिए। गहराई में बोने पर बीज, मृदा में ऑक्सीजन की कमी से उग नहीं पाते है और नवजात पौधे को बाहर निकालने में परेशानी होती है।
●जिले में वर्तमान में मानसून 2 से 3 दिन ढीला पड़ा है, ऐसे में किसानों को बुवाई करने में लाभ मिला है।
●मिट्टी में उचित नमी होने से किसान बुवाई कर पाए हैं। विशेष रूप से धान सहित अन्य फसलों की बुवाई कर पाए हैं और लगातार जारी है।

मानसून शुरू, किसान खेतों में जुटे
इस बार जिले में खरीफ फसल की अच्छी बुवाई होने की उम्मीद है। कृषि विभाग को 2 लाख 75 हजार 200 हैक्टेयर में खरीफ की बुवाई का लक्ष्य मिला है। इसके मुकाबले अब तक 1 लाख 56 हजार 841 हैक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हो चुकी है। जिले में धान, मक्का, सोयाबीन व उड़द की ज्यादा बुवाई होती है। किसान खेतों में जुटे हुए है।
महेश कुमार शर्मा, संयुक्त निदेशक कृषि विभाग, बूंदी

Also Read
View All

अगली खबर