दक्षिण रेलवे पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस ऐतिहासिक हैरिटेज रेलवे ट्रैक पर इस भाप इंजन को समय-समय पर चलाता रहा है।
चेन्नई.
दक्षिण रेलवे (Southern railway) विदेशी पर्यटकों को लुभाने के लिए के भाप इंजन (Steam Engine) का इस्तेमाल कर रही है। यहां शनिवार को उत्साही यात्रियों के लिए सफलतापूर्वक स्टीम हेरिटेज स्पेशल ट्रेन (haritage Specail Train) ईआईआर- 21 (EIR-21 Train) संचालित की। एक डिब्बा को इंजन के साथ जोड़ा गया था। विदेशी सैलानियों के लिए भाप इंजन अभी भी बड़े आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
यह दुनिया का सबसे पुराना भाप इंजन वाली ट्रेन है जो 165 साल पुरानी ट्रेन है। इससे 1855 में बनाया गया था। एगमोर-कोडम्बाक्कम उपगनरीय रेलवे स्टेशन ट्रैक पर इस इंजन को चलाने के लिए पहले से रेलवे ने तैयारियां कर रखी थी।
रेलवे दे रहा धरोहर को बढ़ावा
दक्षिण रेलवे के महाप्रबंधक जॉन थॉमस और राजेश अग्रवाल सहित अन्य विभागाध्यक्षों की उपस्थिति में ट्रेन को चेन्नई एगमोर से कोडम्बाक्कम तक संचालित किया गया। सुबह रेलवे स्टेशन से पर्यटक डिब्बों में सवार हुए, और इस सुहाने सफर पर निकल पड़े। पुरानी यादों को तरोताजा करने के लिए लोगों की भी भारी भीड़ मौजूद थी। जीएम जॉन थॉमस ने इस मौके पर बताया कि दक्षिण रेलवे पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस ऐतिहासिक हैरिटेज रेलवे ट्रैक पर इस भाप इंजन को समय-समय पर चलाता रहा है।
40 यात्रियों की क्षमता
चेन्नई एगमोर पर आमजन के लिए भाप के इंजन युग की ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीरों का दिखाया गया। हेरिटेज स्पेशल ट्रेन चेन्नई एगमोर से रवाना होकर कोडम्बाक्कम पहुंची जहां पहले से ट्रेन की एक झलक पाने को उत्सुक लोग इंतजार में बैठे थे। आठ बच्चों सहित 40 यात्रियों की क्षमता वाली इस स्पेशल ट्रेन का फूलों से स्वागत किया गया। ये ट्रेन शनिवार को एगमोर से कोडम्बाक्कम और कोडम्बाक्कम से एगमोर के बीच फेरे लगाएगी।
1.2 लाख की हुई कमाई
अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को एगमोर रेलवे स्टेशन से कोडम्बाक्कम और कोडम्बाक्कम से एगमोर रेलवे स्टेशन के बीच एक फेरे से हैरिटेज टे्रन से दक्षिण रेलवे को १.२ लाख रुपए की कमाई हुई। ४० यात्रियों की क्षमता वाली टे्रन में ज्यादातर विदेशी यात्री थी। इससे पहले हैरिटेज ट्रेन की तीन और दस जून को दो फेरे लगवाई गई थी।