गुरुग्राम पुलिस के PRO संदीप कुमार ने बताया कि शुरुआती जाँच में पता चला है कि राधिका के सोशल मीडिया पर रील्स बनाने की आदत से उसके पिता बेहद नाराज़ थे। एक इंस्टाग्राम पोस्ट को लेकर घर में तनाव था, जो इतना बढ़ गया कि दीपक ने गुस्से में आकर अपनी बेटी पर गोलियाँ चला दीं।
खेल जगत में आज कल बेटियों ने कंधे से कंधा मिलाकर देश का नाम रौशन करना शुरू कर दिया है। कई मौके पर तो इन बेटियों ने ही देश की लाज बचाई है। 2016 रियो ओलंपिक में पीवी सिंधू और साक्षी मलिक के मेडल नहीं आए होते, तो टीम इंडिया को खाली हाथ लौटना पड़ता। लेकिन इस देश में कई पिता ऐसे भी हैं जो बेटियों को आज भी घर में बंद रखना चाहते थे। हरियाणा के गुरुग्राम से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसने सबके होश उड़ा दिए हैं। गुरुग्राम (पहले गुड़गांव के नाम से जाना जाता था) के सेक्टर 57 में एक पिता ने अपनी 25 साल की बेटी राधिका यादव को गोली मारकर उसकी जान ले ली। राधिका कोई आम लड़की नहीं थी, बल्कि वह एक स्टेट लेवल की टेनिस प्लेयर थी, जिसका नाम ITF डबल्स रैंकिंग में 113वें पायदान पर था।
इस होनहार बेटी की ज़िंदगी को उसके अपने पिता ने ही खत्म कर दिया। आखिर ऐसा क्या हुआ कि एक बाप अपनी बेटी का कातिल बन गया? पुलिस के मुताबिक, ये दर्दनाक घटना गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे सुशांत लोक फेज-2 के एक मकान में हुई। राधिका अपने परिवार के साथ घर पर थी, जब उसके पिता दीपक यादव ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से उस पर तीन गोलियाँ दाग दीं। गोली की आवाज़ सुनकर आसपास के लोग दहल गए। राधिका को तुरंत नज़दीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। तीन गोलियाँ लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
गुरुग्राम पुलिस के PRO संदीप कुमार ने बताया कि शुरुआती जाँच में पता चला है कि राधिका के सोशल मीडिया पर रील्स बनाने की आदत से उसके पिता बेहद नाराज़ थे। एक इंस्टाग्राम पोस्ट को लेकर घर में तनाव था, जो इतना बढ़ गया कि दीपक ने गुस्से में आकर अपनी बेटी पर गोलियाँ चला दीं। पुलिस ने दीपक को हिरासत में ले लिया है और हथियार को ज़ब्त कर लिया गया है। राधिका के पड़ोसियों और दोस्तों में इस घटना से गहरा सदमा है। एक पड़ोसी ने बताया, “राधिका बहुत मेहनती और हँसमुख थी। वो सुबह-शाम टेनिस प्रैक्टिस करती थी। ये सोचकर भी यकीन नहीं होता कि उसके अपने पिता ने ऐसा कर दिया।” राधिका के कोच ने भी कहा कि वो एक उभरती हुई स्टार थी।
ये घटना सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि समाज के लिए भी एक सवाल खड़ा करती है। सोशल मीडिया की लत और परिवार में बढ़ते तनाव क्या इतने खतरनाक हो सकते हैं? पुलिस मामले की गहराई से जाँच कर रही है, लेकिन राधिका की रैकेट अब हमेशा के लिए खामोश हो गई। इस दुखद घटना ने गुरुग्राम के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। राधिका के फैंस और दोस्त सोशल मीडिया पर उसे श्रद्धांजलि दे रहे हैं। उम्मीद है कि जाँच से सच सामने आएगा और राधिका को इंसाफ मिलेगा।
इसके अलावा, कुछ लोगों ने राधिका के चरित्र पर भी सवाल उठाए और उनकी सोशल मीडिया गतिविधियों, खासकर रील्स बनाने, को लेकर ताने मारे, जिससे दीपक और अधिक नाराज थे। राधिका यादव के पिता, दीपक यादव, एक बिल्डर थे और फ्लैट बनाकर किराए पर देने का काम करते थे। हालांकि, यह पता चला है किहै कि दीपक यादव को सामाजिक ताने सुनने पड़ते थे कि वह अपनी बेटी राधिका की टेनिस अकादमी से होने वाली कमाई पर निर्भर थे।