- ढींगावाली गांव में साढ़े पांच माह पहले युवक पर छुरा मारकर किया था हमला
श्रीगंगानगर. करीब साढ़े पांच माह पहले चूनावढ़ क्षेत्र गांव ढींगावाली 11 एचएच में हुए कातिलाना हमले में गंभीर घायल जसमीत सिंह उर्फ सोनू ने बीकानेर पीबीएम में भर्ती के दौरान दम तोड़ दिया। परिजन शव लेकर जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में पहुंचे। इन परिजनों के हंगामे पर चूनावढ़ पुलिस भी पहुंची। वहीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष अंकुर मगलानी ने आरोपियों पर एक्शन लेने की बात कही। करीब दो घंटे चले इस घटनाक्रम के बाद पुलिस प्रशासन ने परिजनों की मांग पर मेिउकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने का निर्णय किया। पोस्टमार्टम के उपरांत शव परिजनों को सुपुर्द किया। चूनावढ़ थाने के एएसआई कंवरपाल सिंह ने बताया कि इस मामले में तीन आरोपियों को पहले गिरफ्तार किया जा चुका है और उनके खिलाफ अदालत में चालान भी पेश कर दिया। आरोपियां की हाइकोर्ट से जमानत चार दिन पहले हुई है। अब अदालत में मृतक सोनू की पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मेडिकल रिपोर्ट पेश की जाएगी। इससे पहले 6 मई को चूनावढ़ पुलिस को गंभीर घायल जसमीत सिंह उर्फ साेनू ने पर्चा बयान दिया था कि वह लाइट फिटिंग का काम करता हे। पांच मई की रात 8 -9 बजे की बात है कि सेवक सिंह उसके घर पर आया व आवाज लगाई तो वह घर से बाहर गया। फिर कुत्ते के भोकने का बहाना लगाकर उसके साथ बोलचाल करने लगा। सेवक सिह व जग्गा उर्फ जगजीत सिह ने उसे घेरकर नीचे गिरा दिया । जग्गा ने छुरा सेउसके पेट के ऊपर साइड छाती में छुरा जान से मारने की नीयत से हमला कर दिया । सेवक सिंह, जगजीत सिंह उर्फ जग्गा सिंह उर्फ जग्गा व सतपाल सिंह उर्फ चापड ने तीनों ने मिलकरउसे जान से मारने की नीयत पर हमला कर दिया । फिर ये लोग मौके से भाग गये । फिर उसके मामा का लडका दलजीत सिह सुखराज सिह आदि ने बीच बचाव किया तो दलजीत सिंह के कान पर सेवक सिह ने छुरा से हमला कर दिया । इससे दलजीत सिह भी घायल हो गया। गंभीर घायल जसमीत सिंह उर्फ सोनू को बीकानेर रैफर कर दिया। उसकी उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। पुलिस के अनुसार आरोपी जगजीत सिंह उर्फ जग्गा पुलिस थाने का हिस्ट्रीशीटर है। इधर, चूनावढ़ थाने में अदालत के जरिए भेजे इस्तगासा के आधार पर गांव ढींगावाली निवासी जगजीतसिंह ने सोनू उर्फ जसमीत सिंह और सुखराज सिंह उर्फ राजू के खिलाफ हमला कर चोटें मारने का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने इस मामले की जांच की तो यह मामला झूठा पाया गया और इस पर एफआर लगा दी गई।
जांच अधिकारी बोले, परिजनों की बातें मानी
यह मामला हत्या में तब्दील होने पर पुलिस प्रशासन ने लालगढ़ के एसआई नरेश कुमार को जिला चिकित्सालय में एकत्र मृतक के परिजनों से वार्ता के लिए भिजवाया। इस सब इंस्पेक्टर ने पत्रिका को बताया कि पहले इस मामले में प्राणघातक हमला होने पर तीन आरेापियेांकेागिरफतार कर अदालत में चालान पेश किया जा चुका है। हाइकोर्ट से जमानत भी हो चुकी है। लेकिन पांच दिन पहले घायल के शरीर में फिर संक्रमण हुआ तब बीकानेर में भर्ती कराया तो उसकी उपचार में मौत हो गई। परिजनों ने पोस्टमार्टम मेिउकल बोर्ड से कराने की पहली शर्त रखी तो उसकी पालना में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया। अब हत्या के संबंध में अदालत में रिपोर्ट पेश करेंगे ताकि आरोपियों की जमानत नामंजूर हो सके।