Sukma Naxal News: नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति एवं नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर नक्सली लगातार आत्मसमर्पण कर रहे हैं।
CG Naxalite Surrender: नक्सलियों को एक बाद फिर फोर्स ने तगड़ा झटका दिया है। नक्सली संगठन में सालों से काम कर रहे एक नक्सली ने सरेंडर कर दिया है। बता दें कि गुरुवार काे पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में नक्सली संगठन में सक्रिय नक्सली ने हथियार डाले है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक गुरुवार काे नक्सली संगठन में सक्रिय एक नक्सली सोड़ी माड़का पिता पाण्डू (मिलिशिया सदस्य, दुलेड़ आरपीसी) ( 34 वर्ष) निवासी ताड़मेटला इत्तापारा थाना चिंतागुफा ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में निरीक्षक रोशन सिंह राजपूत, प्रभारी नक्सल सेल एवं निरीक्षक सुजीत कुमार, 223 वाहिनी सीआरपीएफ के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
उक्त नक्सली को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 223 वाहिनी सीआरपीएफ आसूचना शाखा के कार्मिकों का याेगदान रहा। उक्त आत्मसमर्पित नक्सली को ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधाएं प्रदान कराया जाएगा।
आत्मसमर्पण करने वाला नक्सली कई नक्सली वारदातों में शामिल था। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली का नाम सोड़ी माड़का, दुलेड़ आरपीसी मिलिशिया सदस्य है। इस नक्सली ने छत्तीसगढ़ शासन की ‘‘नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ और योजना से प्रभावित होकर यह कदम उठाया। नक्सली माड़का ने पुलिस के बढ़ते प्रभाव और नक्सली संगठन द्वारा स्थानीय आदिवासियों पर किए जा रहे भेदभाव से तंग आ गए थे।
पुलिस आयुक्त अम्बर किशोर झा ने बताया कि जिले में लगातार नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है. सक्रिय माओवादियों से सरेंडर करने की अपील भी की जा रही है। सरकार की पुनर्वास नीति के लाभ का भी प्रचार प्रसार किया जा रहा है। शासन की योजनाओं से प्रभावित होकर गुरुवार को महिला माओवादी कोड़ी मंजुला उर्फ निर्मला ने सरेंडर किया है।
निर्मला पर 20 लाख का इनाम था। शासन की ओर से निर्मला को सभी सुविधाएं पुनर्वास नीति के तहत दी जाएंगी। सरेंडर नक्सली दंडकारण्य विशेष जोनल कमेटी की एरिया सचिव, मेडिकल टीम प्रभारी और दरभा डिविजनल कमेटी के सदस्य के रूप में काम कर चुकी है।