Naxalites Surrender: एक लाख की इनामी सहित चार नक्सलियों ने पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया है।
Naxalites Surrender: छत्तीसगढ़ शासन की ‘नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’ और ‘नियद नेल्ला नार’ योजना के प्रभाव के चलते, इन नक्सलियों ने पुलिस के बढ़ते प्रभाव और सुरक्षा कैम्पों की स्थापना से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण करने का निर्णय लिया।
आत्मसमर्पण करने वालों में माड़वी जोगा (ईनामी नक्सली), मुचाकी मासा, सुन्नम राजू, मड़कम लच्छा शामिल हैं। गुरुवार को, ये सभी नक्सली सुकमा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सीआरपीएफ 50 वाहिनी के द्वितीय कमान अधिकारी अमृतेश कुमार और अन्य अधिकारियों के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किए। आत्मसमर्पण के पीछे प्रमुख कारण स्थानीय आदिवासियों पर हो रही हिंसा और भेदभाव का सामना करना बताया गया है।
इन नक्सलियों ने प्रतिबंधित संगठन में रहकर विभिन्न गतिविधियों में भाग लिया, जैसे पुलिस गश्ती दल की रेकी करना, बम लगाना, और मुख्य मार्गों को अवरुद्ध करना। Naxalites Surrender आत्मसमर्पित नक्सलियों को छत्तीसगढ़ सरकार की नीतियों के तहत सहायता राशि और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी, जिससे वे समाज की मुख्यधारा में लौट सकें।
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में चार नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। सरेंडर माओवादी पति-पत्नी रीजनल कंपनी नंबर दो के सदस्य थे… यहां पढ़ें पूरी खबर…