Girl murder case solved: सूरजपुर जिले के रामानुजनगर थाना क्षेत्र के बांसबाड़ी में 11 दिन पूर्व मिली थी बालिका की लाश, छात्रा को साइकिल से आते देख आरोपी ने गलत नीयत से पकड़ा था, छात्रा ने कहा कि सबको बता दूंगी तो कर दी हत्या
रामानुजनगर। रामानुजनगर थाना अंतर्गत किशोरी की नृशंस हत्या (Girl murder case solved) के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी उसी बांसबाड़ी का चौकीदार निकला, जहां बालिका का निर्वस्त्र शव मिला था। आरोपी उसे गलत नीयत से पकडक़र ले जा रहा था। छात्रा ने जब कहा कि गांव में सबको बता दूंगी तो उसने उसकी हत्या कर दी। डीएनए रिपोर्ट के आधार पर पूरे मामले का खुलासा हो सका। मामले को लेकर पुलिस पर काफी दबाव था। पुलिस टीम लगातार गांव में कैंप कर जांच में जुटी थी और आखिरकार अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में सफलता मिल ही गई।
सूरजपुर जिले के थाना रामानुजनगर अन्तर्गत स्थित बांसबाड़ी में 26 अप्रैल को एक बालिका का शव (Girl murder case solved) संदिग्ध अवस्था में पड़े होने की सूचना प्राप्त होने पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। घटना स्थल पर पुलिस अधिकारी, एफएसएल व डॉग स्क्वॉड की टीम द्वारा बारीकी से मुआयना किया गया। बालिका की नृशंस तरीके से हत्या की गई थी।
मामले में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध धारा 103 बीएनएस के तहत अपराध (Girl murder case solved) पंजीबद्ध किया गया। एसएसपी प्रशांत कुमार ठाकुर ने मामले की गंभीरतापूर्वक विवेचना कर आरोपी की पतासाजी कर पकडऩे थाना रामानुजनगर और साइबर सेल की ज्वाइंट पुलिस टीम गठित कर जांच में लगाया। साथ ही एसपी खुद भी प्रकरण की लगातार मॉनिटरिंग करते रहे।
रामानुजनगर पुलिस ने मामले की विवेचना के दौरान मृतका (Girl murder case solved) के परिजन सहित अन्य लोगों से पूछताछ की। जांच के दौरान बांसबाड़ी के चौकीदार शिवाराम के ऊपर संदेह होने पर उससे बारीकी से पूछताछ की गई। लेकिन वह हर बार गुमराह करता रहा।
फिर एफएसएल टीम की मदद से उसके कपड़े और टांगी की जांच कराई गई। इसमें टांगी व टी-शर्ट में रक्त होना पाया गया। इस पर टांगी व टी-शर्ट जब्त कर मृतका के डीएनए (Girl murder case solved) से मिलान के लिए एफएसएल रायपुर भेजा गया था। इसकी रिपोर्ट में संदेही के टांगी का रक्त व मृतिका का ब्लड समूह दोनों एक ही डीएनए का होना पाया गया।
इसके बाद पुलिस ने आरोपी शिवाराम उम्र 60 वर्ष को गिरफ्तार कर लिया है। कार्रवाई में थाना प्रभारी राजेन्द्र साहू, साइबर सेल प्रभारी राकेश यादव, एएसआई मनोज पोर्ते, प्रधान आरक्षक निमेश शर्मा, आरक्षक दीपक यादव, रौशन सिंह, युवराज यादव, विनोद सारथी, रूपदेव सिंह, सैनिक देवचंद पाण्डेय, रजनीश पटेल व सम्मत सिंह सक्रिय रहे।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 25 अप्रैल की सुबह वह बांसबाड़ी की चौकीदारी करने गया था। यहां एक बालिका को साइकिल से जाते देखा तो उसे गलत नीयत से रोक कर पकड़ा। किशोरी विरोध करते हुए कहने लगी कि गांव में सभी को बता दूंगी। इस डर से अपने पास रखे टांगी से प्रहार कर हत्या (Girl murder case solved) कर दी।
फिर शव को गड्ढे में छिपाकर बालिका के साइकिल व टिफिन को फेंकने अन्यत्र स्थान चला गया। इसके बाद संदेह हुआ कि उस गड्ढे में लाश मिलने से फंस जाऊंगा।
इसके बाद वापस आकर गड्ढे से लाश (Girl murder case solved) को निकालकर कुछ दूरी पर फेंक दिया और ध्यान भटकाने की नीयत से उसे निर्वस्त्र कर दिया। इसके उपरान्त मृतका के साइकिल को साल्ही बांध में ले जाकर फेंक दिया, फिर वहीं अपने कपड़े साफ कर व नहाकर घर आ गया।