IPS warning: एसएसपी बोले- कोई भी घटना, दुर्घटना होने पर रिस्पॉंस टाइम में मौके पर पहुंचे पुलिस, थाने में आने वाले शिकायतों की निष्पक्ष जांच करने के दिए निर्देश
सूरजपुर. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार ठाकुर ने बुधवार की रात्रि में थाना प्रतापपुर व चौकी खडग़वां का औचक निरीक्षण कर मौजूद बल एवं रात्रि गश्त (IPS warning) का ब्यौरा लिया। आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए अधिकारी व जवानों को सजगता के साथ रात्रि गश्त करने एवं कानून व्यवस्था ड्यूटी के दौरान सुरक्षा के सारे उपकरण साथ में रखने, पुलिस थानों में किसी भी शिकायत अथवा घटना की जांच निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से करने के निर्देश दिए।
एसएसपी ने थाना-चौकी प्रभारियों को कड़े स्वर में कहा कि रात्रि के वक्त विपरीत परिस्थिति अथवा घटना-दुर्घटना होने पर रिस्पॉंस टाइम में पुलिस मौके पर पहुंचे यह सुनिश्चित किया जाए। प्रभारियों को कहा कि क्षेत्र में किसी प्रकार की अवैध गतिविधि या अवैध कारोबार न हो।
ऐसी कोई भी सूचना प्राप्त होने पर संबंधित प्रभारी इसके लिए जिम्मेदार होंगे और उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही होगी। गंभीर अपराधों, महिला एवं बच्चों से संबंधित मामलों में त्वरित एवं कड़ी कार्रवाई करने पर जोर दिया।
प्रभारियों की मौजूदगी में एसएसपी ने थाना-चौकी का रिकार्ड, लंबित मामलों की डायरी, शिकायत एवं गुम इंसान की दस्तयाबी के प्रयासों को देखा और निकाल की स्थिति धीमी होने पर प्रभारी सहित विवेचकों को सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लंबित मामलों के निराकरण में तेजी लाए।
एसएसपी ने कहा कि क्षेत्र में सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सारे इंतजाम किए जाएं। असामाजिक तत्वों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही सुनिश्चित करें। गुंडे एवं बदमाश प्रकृति के लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। इस दौरान एसडीओपी प्रतापपुर अरूण नेताम व थाना-चौकी प्रभारी मौजूद रहे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि राउंड द क्लॉक रात्रि गश्त करने तथा रात में जवानों की ड्यूटी लगाने की जवाबदेही थाना-चौकी प्रभारी की है। रात्रि गश्त में लापरवाही हुई तो सीधे तौर पर प्रभारी जिम्मेदार होंगे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने रात्रि में आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए लगातार रात्रि गश्त तेज करने के निर्देश दिये।
उन्होंने थाना-चौकी प्रभारियों को बिना अनुमति के थाना-चौकी क्षेत्र से बाहर न जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विवेचना सहित आरोपियों की धरपकड़ के लिए बाहर जाने के पूर्व विधिवत् अनुमति लेकर जाएं। अधिक से अधिक बल थाना-चौकी के आसपास ही निवास कराना सुनिश्चित करें ताकि किसी आपात स्थिति में बल फौरन मौके पर पहुंच सके और स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।