टीकमगढ़

छात्रों का सपना बनकर रह गया जिले के सीएम राइज

टीकमगढ़ वर्ष २०२० में जिले के चार सीएम राइज विद्यालयों की स्वीकृति मिली थी। १५ किमी के एरिया में ३४ रूट बनाए गए थे। इन रूटों से कक्षा एक से १२ वीं तक के छात्रों को स्कूल लाने और ले जाने की योजना थी। बेहतर डिजाइनिंग ड्राइंग से विद्यालय का निर्माण किया जाना था। लेकिन […]

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Dec 03, 2025
पांच सालों में न ३४ रूटों पर बसों की सुविधा मिल पाई और न ही नए भवनों में संचालित हुई कक्षाएं

टीकमगढ़ वर्ष २०२० में जिले के चार सीएम राइज विद्यालयों की स्वीकृति मिली थी। १५ किमी के एरिया में ३४ रूट बनाए गए थे। इन रूटों से कक्षा एक से १२ वीं तक के छात्रों को स्कूल लाने और ले जाने की योजना थी। बेहतर डिजाइनिंग ड्राइंग से विद्यालय का निर्माण किया जाना था। लेकिन यह सब छात्रों का सपना ही रह गया है। आज तक न तो छात्रों के लिए बसों का संचालन हो पाया और न ही नए भवनों में कक्षाएं लग पाई। आज भी पुराने भवनों में विद्यालय संचालित हो रहे है।

जिले के सीएम राइज विद्यालयों को अब सांदीपनि विद्यालय कहा जाने लगा है। इन विद्यालयों में शासन की विभिन्न कमियों के कारण छात्रों के लिए दी गई योजनाएं अभी तक पूरी तरह से शुरू नहीं हो पाई है। जिससे छात्रों की उम्मीदें प्रभावित हो रही है। इन्हें मिलने वाली अधिकतर योजना जिला और संभाग स्तर पर उलझ गई है। परिणामस्वरूप टीकमगढ़ में अभी तक बसों का संचालन शुरू नहीं हो सका है और छात्र अभी भी निजी साधनों से स्कूल जाने को मजबूर है। यहां तक उन्हें शासन की योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है।

सात बार निकाले गए टेंडर

जिले के चार सीएम राइज विद्यालयों में 34 मार्गों पर वाहन सुविधा देने के लिए अब तक सात बार ई टेंडर निकाले गए है, लेकिन असफ लता हाथ लगी है। नियमों को देखकर वाहन ठेकेदार आगे नहीं आ रहे है। चार विद्यालयों में से तीन के भवनों का निर्माण लगभग पूर्ण होने वाला है। लेकिन अभी तक खरगापुर के लिए जमीन आवंटित नहीं हुई है।

इन रूटों से चलना थी सीएम राइज विद्यालयों की बसें

जिले के चार सीएम राइज स्कूलों में वाहन सुविधा के लिए 34 रूट बनाए गए थे। उन 34 रूटों पर 15 किमी का एरिया फिक्स किया गया था। उन मार्गों पर 70 बसों को चलाना तय था। जिसके लिए कई टेंडर निकाले गए। लेकिन बस मालिक सामने नहीं आए है।

यह होनी चाहिए बसों में सुविधाएं

स्कूल में बसों का संचालन करने के लिए ई टेंडर निकाले गए है, लेकिन उसमे विभिन्न शर्ते दी गई है। वाहनों में स्पीड गवर्नर, जीपीएस सिस्टम, वाहन चालक के आंखों का परीक्षण, सीसीटीवी कैमरा के साथ अन्य सुविधाओं को पूरा करने की शर्तें थी, लेकिन बस मालिक उन शर्तों को पूरा नहीं कर पा रहे है।

सीएम राइज के भवन निर्माण हो चुके है। कुछ कभी है वह भी पूरी हो जाएगी और छात्रों की नए भवन में कक्षाएं संचालित की जाएगी। बसों की ई टेंडर प्रक्रिया की कार्रवाई संभाग स्तर से की जा रही है। उसका भी जल्द निराकरण किया जाएगा। शासन की योजनाओं का छात्रों को लाभ दिया जाएगा।

शरद खरे, नोडल अधिकारी, सीएम राइज टीकमगढ़।

Published on:
03 Dec 2025 03:52 pm
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