हाइस्कूल और हायर सेकेंडरी विद्यालयों
फ र्नीचर और कंप्यूटर सिस्टम के लिए दी जानी है 5 लाख की राशि, छात्रों को एक साल में नहीं मिली सुविधा
टीकमगढ़. जिले में केंद्र सरकार की इंफ ार्मेशन एंड कंयुनिकेशन टेक्नोलॉजी आईसीटी योजना के तहत ४० हाइस्कूल और हायर सेकेंडरी विद्यालयों में कंप्यूटर लैब स्थापित करने थे। छात्रों को तकनीकी दक्षता से जोडऩे के लिए पहल की जानी थी। लेकिन प्रशासनिक एवं विभागीय रूकावट के चलते एक भी विद्यालय में यह सिस्टम शुरू नहीं हो पाया है। जिसके कारण छात्रों की कंप्यूटर शिक्षा से दूरी बनी है।
पिछले वर्ष लोक शिक्षक आयुक्त ने पत्र जारी करते हुए बताया था कि स्टार्स परियोजना में स्वीकृत व्यवसायिक शिक्षा के तहत जिले के ४० विद्यालयों में कंप्यूटर लैब की स्थापना के लिए विद्यालयों का सर्वे किया गया था। पहले चरण के सर्वे में २५ और दूसरे सर्वे चरण के सर्वे में १५ विद्यालयों का चयन किया गया था। यह कार्य समग्र शिक्षा अभियान, स्टार्स परियोजना एवं पीएमश्री योजना के तहत प्रत्येक विद्यालयों में १०-१० कंप्यूटर लगाए जाने थे। प्रत्येक लैब की लागत पांच लाख के करीब थी, जिसमें छात्रों की संख्या दर्ज होनी थी और फर्नीचर, कंप्यूटर हार्डवेयर से तैयार किया जाना था।
कंप्यूटर से छात्रों की कराई जानी थी पढ़ाई
जिले के चयनित छात्रों में आईसीटी लैब की स्थापना के बाद छात्र सूचना व संचार प्रौद्योगिकी आधारित शिक्षा दी जानी थी। इसके साथ ही छात्र अपने स्कूल में ही ऑनलाइन फ ार्म भरने, एडमिट कार्ड डाउनलोड करने सहित तमाम शैक्षणिक जरूरतों के कार्य का लाभ लिए जाने थे। आईसीटी योजना का उद्देश्य छात्रों में आईसीटी कौशल विकसित करना है। लेकिन एक साल में यह कार्य नहीं हो पाया है। जिसके कारण छात्रों का निजी कंप्यूटर दुकानों पर जाकर कार्य करवाना पड़ रहा है।
निजी विद्यालयों की तरह मिलनी थी सुविधाएं
हाइस्कूल और हायर सेकेंडरी विद्यालयों के छात्रों को निजी विद्यालयों की तरह सुविधाएं मिलने थी। विद्यालय में कंप्यूटर शिक्षा नहीं मिलने से कंप्यूटर शिक्षा की सुविधा दी जानी थी।
विद्यालयों में बनाए जाएंगे कम्प्यूटर कक्ष
प्रत्येक विद्यालय में ५ लाख की रुपए की लागत से फर्नीचर का कंप्यूटर कक्ष बनाया जाएगा। उसके लिए शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे। छात्रों को बैठाने के लिए कुर्सी लगाकर उनका टाइम टेबल रखा जाएगा। जिससे छात्र कक्षा १० वीं और १२ वीं से कंप्यूटर सिस्टम का लाभ दिया जाएगा। कंप्यूटर लैब संचालन के लिए जिलास्तरीय कॉर्डिनेटर तैनात किएं जाएंगे, जो लैब की मॉनिटरिंग करेंगे।
इनका कहना
इस व्यवस्था के लिए एक साल पहले पत्र आ गया था। किसी कारण से इस योजना में रूकावट हो गई थी। आज इस योजना की बैठक आयोजित की जा रही है। जल्द ही हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी विद्यालयों में योजना के तहत कार्रवाई किया जाएगा।
आईएल आठ्या, जिला शिक्षा अधिकारी टीकमगढ़।