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पार्किंग समस्या के समाधान के लिए सरकारी जमीन की तलाश, तहसीलदार को सौंपी जिम्मेदारी

टीकमगढ़ शहर में लगातार बढ़ते यातायात दबाव और गंभीर होती पार्किंग समस्या को देखते हुए प्रशासन ने नया कदम उठाया है। नगर में पार्किंग निर्माण के लिए उपयुक्त सरकारी जमीन चिन्हित करने की जिम्मेदारी तहसीलदार को सौंपी गई है। तहसीलदार द्वारा विभिन्न शासकीय भूमि का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। जिसके आधार पर आगे […]

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शहर में बढ़ते यातायात दबाव से निपटने प्रशासन की नई पहल, वर्षों पुरानी योजनाएं अब तक फ ाइलों में ही सीमित

शहर में बढ़ते यातायात दबाव से निपटने प्रशासन की नई पहल, वर्षों पुरानी योजनाएं अब तक फ ाइलों में ही सीमित

टीकमगढ़ शहर में लगातार बढ़ते यातायात दबाव और गंभीर होती पार्किंग समस्या को देखते हुए प्रशासन ने नया कदम उठाया है। नगर में पार्किंग निर्माण के लिए उपयुक्त सरकारी जमीन चिन्हित करने की जिम्मेदारी तहसीलदार को सौंपी गई है। तहसीलदार द्वारा विभिन्न शासकीय भूमि का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि वर्षों पहले नगर पालिका और यातायात पुलिस द्वारा शहर में पार्किंग व्यवस्था के लिए आठ स्थान चिन्हित किए गए थे, लेकिन विभिन्न कारणों से ये प्रयास सफ ल नहीं हो सके। अतिक्रमण, भूमि विवाद और प्रशासनिक प्रक्रियाओं में देरी के चलते पार्किंग निर्माण अब तक धरातल पर नहीं उतर पाया।

नपा की लापरवाही से चिन्हित पार्किंग स्थल पड़े बेकार

शहर में बढ़ती यातायात समस्या और अव्यवस्थित पार्किंग को लेकर योजनाएं तो बनाई गईं, लेकिन नगर पालिका की उदासीनता आड़े आती रही। चिन्हित पार्किंग स्थलों पर न तो आवश्यक निर्माण कार्य कराए गए और न ही स्थाई प्रबंधन की कोई ठोस व्यवस्था की गई। परिणामस्वरूप शहर के प्रमुख बाजारों और व्यस्त सडक़ों पर वाहन बेतरतीब खड़े होते रहे। जिससे आए दिन जाम की स्थिति बनती रही।

पांच साल पहले बना था यातायात सुधार का मैप, नहीं हुआ अमल

शहर की बिगड़ती यातायात व्यवस्था को सुधारने के उद्देश्य से करीब पांच साल पहले जनप्रतिनिधियों द्वारा एक सटीक और व्यवस्थित मैप तैयार किया गया था। इसमें वन.वे व्यवस्था, पार्किंग स्थल, नो पार्किंग जोन और प्रमुख चौराहों के सुधार जैसे महत्वपूर्ण बिंदु शामिल थे, लेकिन जिम्मेदार विभागों ने इसे लागू नहीं किया। न तो चिन्हित सुधार कार्यों पर अमल हुआ और न ही समयबद्ध कार्ययोजना के अनुसार कोई ठोस पहल की गई।

इन स्थानों को पार्किंग के लिए किया था चिन्हित

शहर के राजमहल मैदान, पुरानी तहसील, नजाई, राजेंद्र पार्क, घंटा घर, पुराना बस स्टैंड, नजरबाग, कर्माबाई बाजार,स्टेट बैंक को चिन्हित किया गया था। लेकिन पार्किंग को लेकर यहां पर प्रयास नहीं किए गए है।

नजाई पार्किंग स्थल के यह है हाल

शहर के बीच में पुरानी गल्ला मंडी नजाई स्थिति है। इस स्थान पर सब्जी मंडी, गल्ला मंडी और दुकानों का संचालन किया जाता है। इस जगह पर पार्किंग के लिए ज्यादा जगह नहीं है।

राजमहल

यहां पर पार्किंग के लिए नपा और यातायात विभाग ने चिन्हित किया था। इस स्थान पर वाहन कम और सब्जी दुकान के साथ समोसा और अन्य सामग्री की हाथ ठेलों ने जगह को घेर लिया है।

पुरानी तहसील

यहां पर दुकानें और आवास बने है। इस जगह पर मकान मालिकों के वाहन और दुकानों का सामग्री फैली हुई है। इस कारण से यहां पर पार्किंग स्थल नहीं बन पाया है।

घंटा घर और पुरान बस स्टैंड

यहां किराए पर जाने वाले लोडिंग वाहन खड़े रहते है। जहां पर आमजनों के वाहनों को रखने की जगह नहीं मिल पाती है। यहीं हाल स्टेट बैंक के पार्क स्थल की है। यहां पर केंद्रीय मर्यादित सहकारी बैंक और स्टेट बैंक के कर्मचारियों और उपभोक्ताओं के वाहन खड़े रहते है।

सडक़ सुरक्षा समिति में पार्किंग स्थल बनाने का निर्णय लिया गया है। पार्किंग स्थल बनाने के लिए सरकारी जमीनों को चिन्हित करने की जिम्मेदार कलेक्टर ने तहसीलदार को दे दी है। शहर का लक्कड खाना, पुरानी नपा, पुरानी तहसील, नजाई के साथ अन्य स्थल चिन्हित करने का निर्णय लिया है।

कैलाश कुमार पटेल, यातायात प्रभारी टीकमगढ़।

बैठक में कलेक्टर ने पार्किंग स्थल की जमीन खोजने निर्देश दिए है। जल्द ही जमीन को खोजकर उसका चयन किया जाएगा।

सत्येंद्र सिंह गुर्जर, तहसीलदार टीकमगढ़।