बडग़ांव धसान. बुंदेलखंड का टीकमगढ़ जिले की तासीर ही भक्तिमय है। यहां पर हर नवरात्र में कुछ ऐसे ही भक्त सामने आते हैं। इस बार चैत्र नवरात्र में भी एक कठिन व्रत करने वाले ऐसे ही भक्त सामने आए हैं अजनौर के लक्ष्मण लोधी। यह पिछले 9 दिनों से बिना अन्न जल ग्रहण किए अपने पेट पर अखंड ज्योत जला रहे हैं। ऐसे में पूरे गांव का माहौल भक्तिमय बना हुआ है। बड़ी संख्या में लोग यहां पर शक्ति स्वरूप जवारों के दर्शन करने के लिए जा रहे हैं।
अनोखी भक्ति : घर में चल रहे भजन-कीर्तन, आज हवन के साथ जवारे विसर्जन के बाद तोड़ेंगे व्रत
बडग़ांवधसान. बुंदेलखंड का टीकमगढ़ जिले की तासीर ही भक्तिमय है। यहां पर हर नवरात्र में कुछ ऐसे ही भक्त सामने आते हैं। इस बार चैत्र नवरात्र में भी एक कठिन व्रत करने वाले ऐसे ही भक्त सामने आए हैं अजनौर के लक्ष्मण लोधी। यह पिछले 9 दिनों से बिना अन्न जल ग्रहण किए अपने पेट पर अखंड ज्योत जला रहे हैं। ऐसे में पूरे गांव का माहौल भक्तिमय बना हुआ है। बड़ी संख्या में लोग यहां पर शक्ति स्वरूप जवारों के दर्शन करने के लिए जा रहे हैं।
अजनौर निवासी लक्ष्मण लोधी 42 वर्ष हर साल नवरात्र में माता रानी के व्रत कर अपने घर पर जवारे लगाते हैं। नवरात्र की प्रथमा को विधि-विधान से इनके घर पर जवारे रखे जाते हैं। 9 दिन सेवा पूजा करने के बाद यह बगाज माता में इनका विसर्जन करने के बाद अपना व्रत तोड़ते हैं। इस बार चैत्र नवरात्र में इन्होंने कठिन भक्ति का व्रत रखा। इन्होंने अपने घर में माता के जवारे लगाने के साथ ही अपने पेट पर अखंड ज्योति की स्थापना की। परिजनों ने बताया कि इसके लिए उन्होंने दो दिन पहले से तैयारी शुरू कर दी थी। पहले दिन भोजन बहुत थोड़ा किया तो दूसरे दिन जल भी त्याग दिया था कि कहीं बीच व्रत में लघुशंका की परेशानी न हो। इस प्रकार से वह 10 दिनों से बिना जल के रह रहे हैं। परिजनों ने बताया कि वह 10 दिनों से सीधे लेटकर अपने पेट पर अखंड ज्योति जलाए हुए हैं। ऐसे में घर में भी पूरा परिवार सात्विक जीवन जी रहा है। घर में सुबह-शाम जवारों की आरती के साथ ही भजन चल रहे हैं। गांव सहित क्षेत्र भर के लोग यहां जवारों के दर्शन करने आ रहे हैं।
आज होगा विसर्जन
इन जवारों का आज विधि-विधान से विसर्जन किया जाएगा। 10 दिन से बिना अन्न-जल के रहने के कारण लक्ष्मण लोधी को हल्की कमजोरी तो महसूस हो रही है, लेकिन अंदर से शक्ति बनी हुई है। उन्होंने बताया कि आज जवारों का विसर्जन करने के बाद ही व्रत तोड़ेंगे। ऐसे में डॉक्टरों ने लक्ष्मण को सबसे पहले नींबू का हल्का शरबत लेने एवं धीरे-धीरे पूर्ण आहार लेने की सलाह दी है।