टीकमगढ़ प्रधानमंत्री सडक़ योजना से निर्माण की गई दो किमी की सडक़ पांच के अंदर ही टूट गई है। रखरखाव करने वाली कंपनी ने भी हाथ खड़े कर दिए है। इसके मरम्मत कार्य के लिए रहवासियों ने लिखित, मौखिक और सीएम हेल्पलाइन से शिकायत की है, लेकिन जिम्मेदार विभाग द्वारा मामले में कोई कार्रवाई नहीं […]
टीकमगढ़ प्रधानमंत्री सडक़ योजना से निर्माण की गई दो किमी की सडक़ पांच के अंदर ही टूट गई है। रखरखाव करने वाली कंपनी ने भी हाथ खड़े कर दिए है। इसके मरम्मत कार्य के लिए रहवासियों ने लिखित, मौखिक और सीएम हेल्पलाइन से शिकायत की है, लेकिन जिम्मेदार विभाग द्वारा मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
जिले के अहार गांव से कछियाखेरा गांव तक प्रधानमंत्री सडक़ योजना से ५५.५९ लाख रुपए में दो किमी की सडक़ स्वीकृत हुई थी। सडक़ निर्माण का शुभारंभ १८ अक्टूबर २०२२ में किया गया था। लेकिन यह डेढ़ साल में ही टूटकर खण्ड खण्ड हो गई है। जबकि संबंधित ठेकेदार की एजेंसी को पांच वर्ष तक रखरखाव करने का जिम्मा था। लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा मामले में कार्रवाई नहीं की जा रही है।
सडक़ पर लगाए गए बोर्ड में बताया गया कि प्रधानमंत्री सडक़ योजना से अहार से कछियाखेरा गांव तक २.६० किमी सडक़ निर्माण ५५.५९ लाख रुपए से स्वीकृत हुआ था। इसका निर्माण मोदी डिफास्ट्रक्चर कंपनी जतारा द्वारा किया गया था। निर्माण कार्य का शुभारंभ १८ अक्टूबर २०२२ में हुआ था और इसका रखरखाव १७ अक्टूबर २०२७ तक किया जाना था। लेकि न जिम्मेदारों द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह सडक़ डेढ साल में टूट गई है। इस सडक़ से नारायणपुर, बाबाखेरा, अहार, कछियाखेरा, लडवारी, गनेशपुरा, परसुवा के साथ अन्य गांव के हजारों लोगों का आवागमन रहता है। स्थानीय लोगों द्वारा मामले में संबंधित विभाग के अधिकारियों को लिखित, मौखिक और जनसुनवाई में कलेक्टर से शिकायत की गई। साथ ही सीएम हेल्पलाइन की शिकायत क्रमांक ३४८९४०८९ पर दर्ज है।
सडक़ निर्माण के लिए प्रोपोजल शासन के पास भेज दिया है। जल्द ही दोवारा सडक़ निर्माण कराई जाएगी।