टीकमगढ़. पृथ्वीपुर विकासखंड के शिक्षा विभाग में अमानवीय और हैरान करने वाली लापरवाही सामने आई है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय विरोराखेत में पदस्थ संकुल प्रभारी प्राचार्य सीमा दोहरे ने 3 दिसंबर को दो ऐसे शिक्षकों को कारण.बताओ नोटिस जारी कर दिया। जिनमें से एक की 20 वर्ष और दूसरे की 15 वर्ष पहले मृत्यु हो […]
टीकमगढ़. पृथ्वीपुर विकासखंड के शिक्षा विभाग में अमानवीय और हैरान करने वाली लापरवाही सामने आई है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय विरोराखेत में पदस्थ संकुल प्रभारी प्राचार्य सीमा दोहरे ने 3 दिसंबर को दो ऐसे शिक्षकों को कारण.बताओ नोटिस जारी कर दिया। जिनमें से एक की 20 वर्ष और दूसरे की 15 वर्ष पहले मृत्यु हो चुकी है। नोटिस में मृतक शिक्षकों पर ई अटेंडेंस न लगाने और विद्यालय में अनुपस्थित रहने का आरोप लगाकर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
विरोराखेत विद्यालय को एरिया एजुकेशन ऑफि स, संकुल केंद्र बनाया गया है। लुहरगुवां, ककावनी, ज्योरा, विरोराखेत, विरोरापहाड़ सहित कई गांवों के विद्यालय इस केंद्र से जुड़े है। इसी व्यवस्था के दौरान संकुल प्रभारी प्राचार्य को पोर्टल पर प्रदर्शित शिक्षकों की उपस्थिति जांचने को कहा गया। पोर्टल पर जिनके नाम सक्रिय थे लेकिन अटेंडेंस दर्ज नहीं थी। उनके नाम पर सीधे नोटिस जारी कर दिए गए। बिना यह जांचे कि वे शिक्षक जीवित भी है या नहीं।
चंद्रपाल सिंह बुंदेला, सहायक शिक्षक पुतनयाऊ लुहरगुवां की मृत्यु लगभग 20 वर्ष पहले और शाकल कुमार सहायक शिक्षक,पाराखेरा की मृत्यु लगभग 15 वर्ष पहले हो चुकी है। दोनों का नाम विभागीय पोर्टल पर अब भी दर्ज है। नोटिस में उन्हें विद्यालय में उपस्थिति दर्ज न करने और निर्देशों की अवहेलना का दोषी बताते हुए चेतावनी दी गई कि यदि जवाब नहीं दिया गया तो एक वेतनवृद्धि रोकने सहित विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार जब नोटिस मृत शिक्षकों के घर पहुंचा, तो परिवार वाले एक पल को हैरान और भावुक हो गए। उन्होंने कहा की हमें लगा शायद कोई सहानुभूति या सम्मान की बात होगी। लेकिन नोटिस खोलकर देखा तो मृतक व्यक्ति को स्पष्टीकरण देने के लिए बुलाया गया है।
बताया गया कि संकुल प्राचार्य ने मृतक यानी भूतों के नाम कारण बताओं नोटिस जारी कर दिया है। नोटिस जब मृतक के घर पहुंचे तो पहले खुशी जाहिर की और फिर मायूस हो गए। कलेक्टर के एक आदेश जारी कर यह स्पष्ट किया है कि जो शिक्षक जिनकी ड्यूटी एसआइआर में लगी है। उनको स्कूल के कार्य क्षेत्र से दूर रखा जाए। खास बात यह है कि संकुल प्राचार्य को अपने ही क्षेत्र के शिक्षक और स्कूलों की जानकारी नहीं है। इस कारण से शिक्षा पर बुरा असर पड़ रहा है।
हां विरौराखेत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को संकुल केन्द्र बनाया गया है। हमारे द्वारा उन शिक्षकों के नोटिस जारी किए गए है, जिनके नाम हमारे स्टॉप के शिक्षकों के द्वारा बताए गए है। उनकी मृत्यु हो गई मुझे जानकारी नहीं है।
मृतकों के नाम नोटिस जारी हुए है। इसमें कोई परेशानी नहीं है। जो होगा तो ऑनलाइन हाजिरी देगा और जो नहीं होगा तो ऑनलाइन हाजिरी नहीं देगा।