टीकमगढ़ बढ़ती ठंड दिल पर घात कर रही है, केवल मरीजों के लिए नहीं बल्कि तंदरुस्त युवा भी इसके शिकार हो रहे है। टीकमगढ़ शहर में एक की मौत हुई। इनमें एक 21 वर्ष से ८० वर्ष तक के बुजुर्ग हार्ट अटैक की बीमारी में शामिल है। एक दिन में जिला अस्पताल में पांच के […]
टीकमगढ़ बढ़ती ठंड दिल पर घात कर रही है, केवल मरीजों के लिए नहीं बल्कि तंदरुस्त युवा भी इसके शिकार हो रहे है। टीकमगढ़ शहर में एक की मौत हुई। इनमें एक 21 वर्ष से ८० वर्ष तक के बुजुर्ग हार्ट अटैक की बीमारी में शामिल है। एक दिन में जिला अस्पताल में पांच के करीब मरीज आ रहे है। यहां पर ईको और एंजोग्राफी की कमी के कारण मेडिकल कॉलेज में उपचार के लिए रेफर करना पड़ रहे है।
जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर ने बताया कि इन घटनाओं से यह संकेत मिलता है कि कड़ाके की ठंड में शरीर में खून जम रहा है। धमनियों में खून की रफ्तार कम हो रही है। ऐसे में विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। ठंड की अभी शुरुआत ही है। दिसंबर में तापमान और नीचे जा सकता है, लिहाजा जरा भी तकलीफ होने पर जांच कराने में देरी नहीं करें, यह आपकी जान के लिए खतरा बन सकती है।
जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ अजीत कुमार जैन ले बताया कि तापमान में गिरावट होने के साथ शरीर में खून गाढ़ा होने लगता है। नसें सिकुडऩे लगती है। जिससे ब्लड सर्कुलेशन की रफ्तार शरीर की जरूरत के मुताबिक नहीं हो पाती है। इस स्थिति में दिमाग और दिल को पर्याप्त मात्रा में खून की पूर्ति नहीं हो पाती जो ब्रेन हेमरेज, लकवा या हार्ट अटैक का कारण बनती है।
जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ पी एल विश्वकर्मा ने बताया कि ठंड के एक्सपोजर से बचें। गर्म कपड़ों से शरीर को ढंक कर रखें। ठंडे पानी से न नहाएं, पीने के लिए हल्के गुनगुने पानी का उपयोग करें। तली भुनी सामग्री का सेवन करने से परहेज करें। सुबह घूमने का समय बदलें। धूप निकलने के बाद ही घूमने जाएं। ब्लड प्रेशर, हृदय व शुगर के मरीज अपनी दवाएं समय पर नियमित रूप से लें। हल्का व्यायाम, प्राणायाम करें।
दिल के दौरे के कारण होने वाली अधिकांश क्षति पहले दो घंटों के भीतर होती है। इसलिए लक्षणों को समझना और तुरंत अस्पताल पहुंचना जरूरी है। यदि यह लक्षण दिखाई दें तो तत्काल डॉ से संपर्क करें। हाथ में दर्द जो एक या दोनों हाथों तक फैल जाता है। पीठ में दर्द। छाती में दबाव, सिकुडऩ या बेचैनी होना। थकान महसूस होना। पेट में भरापन महसूस होना। जबड़े में दर्द, जी मचलाना। सांस लेने में कठिनाई होना।
डॉक्टर ने बताया कि ठंड के मौसम में ब्लड प्रेशर और शुगर को नियंत्रित रखना जरूरी है। जिन्हे ब्लड प्रेशर की समस्या है, वे हर दिन जांच कराएं और स्वस्थ रहने के लिए डॉक्टर की सलाह के अनुसार अपनी दिनचर्या को ढालें।