रेलवे स्टेशन की भीड़
रेलवे स्टेशन तक पहुंचने के लिए करनी पड़ रही जद्दोजहद
टीकमगढ़. रेलवे स्टेशन पर बाइक और चार पहिया वाहनों के साथ ऑटो, ई रिक्सों के लिए बनाई गई पार्किंग काम नहीं आ रही है। मुख्यद्वार और सडक़ पर खड़े होने से यात्रियों की ट्रैन भी छुट रही है। रेलवे स्टेशन तक पहुंचने के लिए सबसे अधिक जद्दोजहद शाम और सुबह के समय करनी पड़ती है।
जिले के लोगों को इंदौर, भोपाल, प्रयागराज, झांसी, ग्वालियर, दिल्ली के लिए विभिन्न कार्यों से जाना होता है। उन्हीं जगहों के लिए लगभग ट्रेनों का आवागमन हो रहा है। जहां से सबसे अधिक सुबह और शाम से देर रात तक ट्रैनों का आना जाना बना रहता है। उसी समय शहर के ई-रिक्सा और ऑटों की कतार पार्किंग स्थल की जगह मुख सडक़ और स्टेशन पर द्वार पर लगी रहती है। जहां से यात्रियों का निकलना मुश्किल हो जाता है।
कई बार छूट गई ट्रैन
गौना निवासी संतोष कुशवाहा, लरगन निवासी हिम्मत सिंह राजपूत और बड़ागांव क्षेत्र निवास गुड्डन अहिरवार ने बताया कि टीकमगढ़ स्टेशन नजदीक है। यहां से हर तरफ ट्रैन की सुविधा हो गई है। कभी-कभी स्टेशन तक पहुंचने के लिए कम समय होता है। उस समय में ट्रैन तक पहुुंचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। इसके बाद भी ट्रैन छूट जाती है। इसमें सबसे अधिक बाधा ऑटो और ई रिक्सा के साथ अवैध पार्किंग से होती है।
पार्किंग की जगह मुख्यद्वार और सडक़ पर पार्किंग
यात्री रामसेवक यादव, भूपेंद्र यादव, सुरेश कुर्मी और राजश्री कुशवाहा ने बताया कि मुझे और मेरे परिवार जनों को दिल्ली काम करने के लिए जाना है। बाइक, कार और अन्य वाहनों के लिए रेलवे विभाग ने अलग से पार्किंग स्थल बनाया है, लेकिन उस जगह पर पार्किंग नहीं हो रही है। इनके द्वारा मुख्यद्वार, सडक़ और पार्क के आस पास वाहनों को खड़ा कर देते है। जिसके कारण स्टेशन तक पहुंचने के लिए यात्रियों के साथ आमजनों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है।
इनका कहना
वाहनों को लिए पार्किंग स्थल बनाया गया है। ऑटो, ई रिक्सा के साथ अन्य वाहनों को पार्किंग मैदान में खड़ा करने के लिए निर्देश दिए जाएंगे। जिससे यात्रियों को समस्याओं का सामना नहीं करना पड़े।
मनोज सिंह, पीआरओ जंक्शन झांसी।