टीकमगढ़ शहर के बीचों बीच आज भी सुलभ शौचालयों की सुविधा उपलब्ध नहीं है। जिससे आम जनता को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। यह समस्या कोई नई नहीं है। पिछले कई वर्षों से पार्षद और समाजसेवी लगातार इस मुद्दे को उठाते रहे है, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन मिलते है सुविधाएं नहीं। […]
टीकमगढ़ शहर के बीचों बीच आज भी सुलभ शौचालयों की सुविधा उपलब्ध नहीं है। जिससे आम जनता को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। यह समस्या कोई नई नहीं है। पिछले कई वर्षों से पार्षद और समाजसेवी लगातार इस मुद्दे को उठाते रहे है, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन मिलते है सुविधाएं नहीं।
शहर के मुख्य बाजार, पुराना बस स्टैंड और भीड़भाड़ वाले इलाकों में प्रतिदिन हजारों लोग गुजरते है, लेकिन सार्वजनिक शौचालय न होने से महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। कई बार अस्थायी व्यवस्था भी की गई, पर वह भी कुछ समय बाद बंद हो गई।
पार्षदों और समाजसेवियों ने नगर पालिका को कई बार मौखिक और लिखित पत्र दिए और सुलभ शौचालय निर्माण की मांग की। लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। इससे लोगों में नगर पालिका की कार्यप्रणाली को लेकर नाराजग़ी बढ़ती जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत करोड़ों रुपए खर्च होने के बावजूद शहर के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जा रही है।
शहर के लोगों ने बताया कि पपौरा चौराहा, छोटी देवी, रतन तिराहा, कटरा बाजार, जवाहर चौराहा, राजमहल रोड, कोतवाली के पास, सैलसागर चौराहा, सिंधी धर्मशाला, सिविल लाइन, पुराना बस स्टैंड, जय स्तंभ चौक, नजर बाग, आंबेडकर के साथ अन्य स्थानों पर सुलभ सुविधाएं न होने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
समाजसेवियों ने बताया कि शहर के स्टेट बैंक, राजेंद्र पार्क, गांधी चौराहा, पुरानी तहसील, पुरानी नगर पालिका, राजमहल, कर्माबाई बाजार, नजाई के साथ अन्य स्थानों पर है। लेकिन वहां पर सफाई व्यवस्था नहीं है। इस कारण से आमजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बाजार में आमजनों को सुविधाओं के मामले में टीकमगढ़ नगरपालिका सीएमओ ओमपाल सिंह भदौरिया से संपर्क किया और संदेश भेजा, लेकिन समस्या समाधान मामले में कोई जबाव नहीं दिया है।
बाजार में सुलभ सुविधाओं को लेकर क्षेत्रीय विधायक और नगरपालिका सीएमओ को पत्र दे चुके है। नपा को यह भी कह चुके है कि जनभागीदारी से राशि जमा करना है तो वह भी करेंगे। लेकिन नगरपालिका के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। इनकी बजह से आमजनों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
इनके टेंडर लग चुके है। इसमें पुरानी नजाई, पुरानी नगरपालिका, पुराना बस स्टैंड, पुरानी तहसील और आंबेडकर तिराहा पर सुलभ सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। शहर के जो भी स्थान है, उन्हें चिन्हित करके कार्य किया जाएगा।
शहर की सुलभ सुविधाओं के लिए परिषद की बैठक में प्रस्ताव पास भी करवा चुके है। लिखित के साथ मौखिक भी मांग कर चुके है, लेकिन नपा के जनप्रतिनिधियों की कमी के कारण आमजनों के लिए सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही है।