जयपुर समेत अजमेर और टोंक जिलों की पेयजल जीवनरेखा बीसलपुर बांध एक बार फिर पूरे भराव स्तर के करीब पहुंच गया है। जल्द बांध के गेट खोले जा सकते हैं।
टोंक। जयपुर समेत अजमेर और टोंक जिलों की पेयजल जीवनरेखा बीसलपुर बांध एक बार फिर पूरे भराव स्तर के करीब पहुंच गया है। शनिवार शाम तक तक बांध का जलस्तर 314.55 मीटर रिकॉर्ड किया गया। यह बांध की कुल क्षमता 315.50 मीटर का 82.90 प्रतिशत है। बांध के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोतरी के बीच अब माना जा रहा है कि बीसलपुर बांध आठवीं बार छलकने को तैयार है।
हालांकि फिलहाल किसी भी गेट से पानी नहीं छोड़ा गया है और डिस्चार्ज शून्य बना हुआ है, लेकिन जिस तरह से कैचमेंट एरिया में बारिश हो रही है और पानी की आवक बनी हुई है। उससे गेट संचालन को लेकर विभाग की तैयारियां तेज हो गई हैं। बांध निर्माण के बाद से अब तक 7 बार ओवरफ्लो की स्थिति बन चुकी है। हर बार गेट खुलने पर हजारों लोग बांध के नजारों को देखने पहुंचे हैं।
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बांध निर्माण के बाद पहली बार वर्ष 2004 में ओवरफ्लो हुआ और गेट खोले गए। इसके बाद वर्ष 2006, 2014, 2016, 2019, 2022, 2024 में सातवीं बार ओवरफ्लो होने पर बांध के गेट खोलने पड़े। वहीं पिछले सात दिन में जलस्तर में 0.40 मीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। आवक की यही गति बनी रही तो अगले कुछ दिनों में बांध के गेट खोलने की नौबत आ सकती है।
जल संसाधन विभाग की ओर से अभी तक कोई गेट नहीं खोला गया है, लेकिन विभाग अलर्ट मोड में है। जैसे ही जलस्तर 314.80 मीटर के आस-पास पहुंचेगा, डाउनस्ट्रीम के 54 गांवों को अलर्ट किया जाएगा। साथ ही बांध के गेट खोलने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
बीसलपुर बांध से जयपुर, अजमेर, टोंक और आस-पास के कई ग्रामीण इलाकों को पेयजल आपूर्ति होती है। जलस्तर में वृद्धि के साथ ही इन जिलों के गर्मी में पड़े जलसंकट से स्थायी राहत मिलने की संभावना है।