शहर में बरसात के पानी निकास मार्ग पर बने पक्के निर्माण को अब नगर परिषद ने तोडऩे की तैयारी कर ली है। इसके लिए मौका स्थिति देखी गई है। इसकी शुरुआत बमोर रोड से की गई है।
नगर परिषद शहर के सभी इलाकों में सर्वे कर नालों ओर बहाव क्षेत्र में किए अतिक्रमण तोडऩे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल बमोर रोड पर 19 पक्के निर्माण मिले हैं, जो बहाव व भराव में बने हैं। उनको नोटिस देकर चिन्हित किया है। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के लिए समिति का भी गठन किया है। जो मौके पर जाकर अतिक्रमण को चिन्हित कर नोटिस जारी करेंगे। इसके बाद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेंगे। समिति के प्रभारी राजस्व अधिकारी राजपाल बुनकर को बनाया है। समिति में सहायक नगर नियोजक लेखराज सैनी, सहायक अभियंता भंवरलाल सैनी, सम्बन्धित कनिष्ठ अभियंता तथा अतिक्रमण प्रभारी चन्द्रप्रकाश को मय टीम शामिल किया है।
सभी इलाकों में ऐसे हालात
शहर के सभी इलाकों में अतिक्रमण के हालात है। धन्ना तलाई से लेकर कालीपलटन तथा रेडियावास तक अब नाले नहीं बचे हैं। उन पर लोगों ने पक्के निर्माण कर लिए। ऐसे में सफाई नहीं हो सकती। वहीं कई जगह तो बहाव क्षेत्र में ही निर्माण हो गया। नालों पर बने मकान व दुकान की शिकायत नगर परिषद के पास भी है। लेकिन कभी ध्यान नहीं दिया गया।
मकानों में भर जाता है पानी
शहर का ड्रेनेज सिस्टम सालों से बिगड़ा हुआ है। अब से पहले नगर परिषद ने इसमें सुधार पर कभी ध्यान नहीं दिया। ऐसे में बहाव क्षेत्र में अतिक्रमण बढ़ते गए। नाड़ी व तालाब का कैचमेंट एरिया भी पक्के निर्माण की चपेट में आ गया। ऐसे में शहर के बड़े इलाके में कुछ मिनटों की बरसात से ही बाढ़ के हालात हो जाते हैं। ऐसा दो दिन पहले भी हुआ। जब कालीपलटन और बमोर रोड स्थित संतोष नगर के मकानों में पानी भर गया। ऐसे में संतोष नगर के लोगों ने बमोर रोड पर जाम लगा दिया था। इसके बाद नगर परिषद ने उक्त क्षेत्र का निरीक्षण कर पक्के निर्माण तोडऩे की कार्रवाई की है।
अभी 19 अतिक्रमण चिन्हित किए हैं। शहर के सभी इलाकों में सर्वे किया जाएगा। जहां भी अतिक्रमण मिलेगा उसे हटाया जाएगा।
ममता नागर, आयुक्त नगर परिषद टोंक