बीसलपुर बांध के डाउन स्ट्रीम में बहती बनास नदी की राजमहल रपट पर मंगलवार देर शाम पानी के तेज बहाव में अचानक एक पिकअप अनियंत्रित होकर रपट से नीचे उतर गई।
राजमहल (टोंक)। बीसलपुर बांध के डाउन स्ट्रीम में बहती बनास नदी की राजमहल रपट पर मंगलवार देर शाम पानी के तेज बहाव में अचानक एक पिकअप अनियंत्रित होकर रपट से नीचे उतर गई। इस दौरान पिकअप सवार 11 जने पानी के बीच फंस गए। जैसे-तैसे सभी लोग बाहर निकलकर पास ही स्थित जलदाय विभाग के खम्भों से लिपट गए। सूचना पर दूनी थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
जानकारी के अनुसार ये सभी लोग मंगलवार को टोडारायसिंह में कैटरिंग का काम कर वापस अपने गांव डाबर कलां लौट रहे थे। इसी दौरान राजमहल बीसलपुर क्षेत्र में तेज बारिश का दौर चला। करीब दो घंटे तक झमाझम बारिश के चलते बांध परियोजना की ओर से बनास नदी में पानी की निकासी अचानक बढ़ा दी।
उसी समय युवाओं की जीप भी नदी पार कर रही थी, लेकिन तेज बहाव में अनियंत्रित होकर रपट से नीचे उतर गई। इसमें चालक लाला राम गुर्जर (35) , मुकेश वर्मा (18), राहुल गुर्जर ( 18), पींटू बैरवा (19), मुकेश कहार (18), राजू वर्मा (19), जीतू वर्मा (18), गणेश गुर्जर (19), सूरज कहार (17), विशाल भील (18), रोहित मीणा (17) वर्ष निवासी डाबर कलां पानी में फंस गए। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से सकुशल बाहर निकाला।
बीसलपुर बांध परियोजना के सहायक अभियंता दिनेश बैरवा ने बताया कि मंगलवार शाम करीब 5.30 बजे अचानक क्षेत्र में बारिश का दौर हुआ। आधे घंटे बाद पहाड़ी नाले उफान पर आ गए। बांध का जलभराव भी बढ़ने लगा। ऐसे में पहले जहां बांध के गेट संख्या 11 को 25 सेंटीमीटर तक खोलकर बनास नदी में 1505 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। जिस पर रपट सूखी पड़ी थी। वहीं आधे घंटे बाद गेट को आधा मीटर खोल दिया गया। फिर से पानी बढ़ने पर उसी गेट को रात 8.30 बजे एक मीटर करते हुए पानी की निकासी 6 हजार 10 क्यूसेक कर दी गई।
उसके बाद रात 9 बजे उसी गेट को डेढ़ मीटर तक खोलकर पानी की निकासी 9 हजार 15 क्यूसेक कर दी गई। बुधवार सुबह 6 बजे उसी गेट को दो मीटर तक खोलकर पानी की निकासी 12 हजार 20 क्यूसेक कर दी गई जो दिनभर जारी रही। लगातार बढ़ती निकासी से बनास का जलस्तर भी बढ़ता गया और पानी के बीच फंसे सभी युवाओं की सांसें फूलने लगी। मगर समय रहते सुरक्षित निकालने के बाद युवाओं की जान में जान आई।