राजस्थान के इस जिले में सिंचाई के लिए नहरों में पानी छोड़ा जाएगा। जिससे करीब 26 सौ हैक्टेयर भूमि की सिंचाई की जाएगी।
Tonk News: भैरूसागर बांध चांदसैन से सिंचाई के लिए नहरों में पानी छोड़े जाने को लेकर शुक्रवार को डाक बगले में जल उपयोक्ता संगम की बैठक हुई। अध्यक्षता अधिशासी अभियंता देवानंद ने की। इसमें 25 नवंबर सुबह सवा दस बजे नहरें खोले जाने का निर्णय किया गया। अधिशासी अभियंता ने कहा की इस बार बांध पूर्ण भराव क्षमता से भरा हुआ है, जिससे 26 सौ हैक्टेयर भूमि की सिंचाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जल के महत्व को समझते हुए सिंचाई के दौरान जल का सदुपयोग करें, सिचाई कार्य पूर्ण होते ही बंद करे। ताकी अंतिम छोर के किसानों को समय पर पूरा लाभ मिल सके।
सहायक अभियंता महिपाल चौधरी ने बताया कि चांदसेन, भीपुर, ढोला का खेड़ा, आमली, भगवानपुरा, कड़ीला, चबराना, कुटका, घासीपुरा गांवों की भूमि सिंचाई की जा सकेगी। बैठक में सहायक अभियंता मनीष महावर, कनिष्ठ अभियंता जयदेव सिंह सोलंकी, जल उपयोक्ता संगम अध्यक्ष मदन लाल सैनी, बंसी लाल शर्मा की मौजूद थे।
लाबांहरिसिंह के रामसागर बांध से सिंचाई के लिए नहरों में पानी छोड़े जाने को लेकर राजीव गाधी सेवा केंद्र में जल उपयोक्ता संगम की बैठक अध्यक्ष श्रवण लाल माली की अध्यक्षता में हुई। इसमें 22 नवंबर सुबह सवा दस बजे नहरें खोले जाने का निर्णय किया। सहायक अभियंता महिपाल चौधरी ने बताया कि 28 सौ बीघा भूमि में सिंचाई की जाएगी। बैठक में पंचायत समिति सदस्य रूपचंद आकोदिया, रमेश चंद वैष्णव, हंसराज माली आदि थे।
बीसलपुर बांध की दायीं व बायीं मुख्य नहरों से सिंचाई का पानी देने को लेकर जल वितरण समिति की बैठक 19 नवम्बर को टोंक में होगी। इसमें नहरों में पानी छोड़ने को लेकर चर्चा की जाएगी। यह जानकारी अधिशासी अभियंता मनीष बंसल ने दी है।